
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद के पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को गंभीर बताया है. उन्होंने मांग की है कि उनके पिता के लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अगर ये पिता-पुत्री का झगड़ा होता तो उन्हें इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन शहला रसीद के पिता के आरोप गंभीर है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा जुड़ी है इसलिए इस मामले की जांच होनी चाहिए.
शेहला रसीद के पिता के आरोपों पर रामेश्वर शर्मा ने कहा, "शहला रशीद के बारे में भारत सरकार पहले से ही सचेत है. जेएनयू के छात्र आंदोलनों में जो असामाजिक और टुकड़े टुकड़े गैंग है...या इसके बारे में कह सकते हैं कि भारत माता के खिलाफ आरोप लगाना या वंदेमातरम का विरोध करना...यह लोग उस गैंग के लीडर हैं."
प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने कहा कि 'ये लोग भारत विरोधी गतिविधियों में कहीं ना कहीं सक्रिय रहे हैं. उनके पूज्य पिताजी ने ही यह आरोप लगाए हैं, और पूज्य पिताजी ने जब यह कहा है कि उनकी फंडिंग की जांच होनी चाहिए तो निश्चित रूप से मैं भारत सरकार से आग्रहपूर्वक ये कहूंगा इस तरह के लोग जो भारत को तोड़ने में, भारत की संवैधानिक व्यवस्था को चरमराने में, भारत में अराजकता और अलगाववाद को बढ़ावा देने में सक्रिय दिखते हैं, ऐसे लोगों की जांच करनी चाहिए. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.'
वहीं शेहला रशीद के द्वारा अपने पिता पर लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा, "यह पारिवारिक झगड़ा नहीं है. मैं एक बात स्पष्ट करना चाहूंगा अगर यह पिता और पुत्री का झगड़ा है तो मैं इसमें शामिल नहीं हूं, लेकिन जहां मामला देश का है मैं उस पर जरूर कहूंगा. इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए और जांच में यदि सत्यता पाई जाती है तो एक्शन होना चाहिए."