
India Today के ईवेंट State of the States Madhya Pradesh First की शुरुआत शनिवार भोपाल से हुई. इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई दिग्गज हिस्सा ले रहे हैं. निर्माण और उद्योग क्षेत्र में मेक इन मध्य प्रदेश (Make in Madhya Pradesh) पर चर्चा करने के लिए उद्योग नीति और निवेश संवर्धन विभाग के आईएएस प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज़ के प्रेसिडेंट और यूनिट हेड रतन सोमानी, परमाली वॉलेस के ज्वाइंट सैक्रेटरी और सीआईआई मध्य प्रदेश के उपाध्यक्ष मिहिर मर्चेंट, एचईजी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक मनीष गुलाटी, नेटलिंक के एमडी अनुराग श्रीवास्तव ने शिरकत की.
550 बिलियन डॉलर के टार्गेट को पाने में मध्यप्रदेश सक्षम
उद्योग नीति और निवेश संवर्धन विभाग के आईएएस प्रमुख सचिव संजय शुक्ला का कहना था कि 550 बिलियन डॉलर के टार्गेट पर हम काम कर रहे हैं. मध्यप्रदेश में काफी जगह है, हमारे पास प्राकृतिक संपदा है, तो हम इस टार्गेट को पाने में सक्षम हैं. हमने एक लाख एकड़ जमीन भी देखी है जहां उद्योग लगाए जा सकते हैं. हम इंडस्ट्रियल पार्क बना रहे हैं. कई फार्मा कंपनियां और इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियां मध्यप्रदेश में आ रही हैं. फूड प्रोसेसिंग काफी अहम है, टेक्सटाइल्स और गार्मेंट की भी कई कंपनिया यहां लगाई जा रही हैं. मध्यप्रदेश लोगों के लिए पहली पसंद है, क्योंकि यह देश के एकदम बीच में हैं. संजय शुक्ला ने कहा कि कई राज्य और देश ऐसे हैं जहां की अर्थव्यवस्था एक ही शहर पर टिकी है. उनकी तुलना में हम बेहतर स्थिति में हैं.
मध्यप्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर बात करते हुए संजय शुक्ला ने कहा कि हर रोज मध्यप्रदेश से 500 ट्रेन गुजरती हैं. हर दिन सड़कों की क्वालिटी बेहतर हो रही है. हमने हाल ही में इंदौर के पास एक इंटरनेश्नल एयरपोर्ट बनाने की भी गुजारिश की है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने 5 मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स पार्क की घोषणा की थी. इंदौर इसमें से एक है. हमने इसके लिए जामोदी पीतमपुर में 250 एकड़ की ज़मीन भी देखी है. यहां से इसकी कनेक्टिविटी हर जगह होगी.
MSME कंपनियों पर भरोसा करना जरूरी
एचईजी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक मनीष गुलाटी ने कहा कि हम भोपाल को दुनिया में लेकर गए हैं. उन्होंने कहा कि यहां इतनी संभावनाएं हैं और सरकार का इतना सहयोग है कि हमने इस फैक्ट्री में 1200 करोड़ का और निवेश किया है. उन्होंने कहा कि गोविंदपुरा, भोपाल की 5-6 MSME कंपनी बहुत अच्छा काम कर रही हैं. मुझे उनपर गर्व है. बस हमें धैर्य रखकर उनपर भरोसा करना होगा.
इंफ्रास्ट्रक्टर बेहतर हो, ईकोसिस्टम बने
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज़ के प्रेसिडेंट और यूनिट हेड रतन सोमानी ने कहा निर्माण बढ़ सकता है क्योंकि मध्यप्रदेश में काफी संभावनाएं हैं. लेकिन उसके लिए इंफ्रास्ट्रक्टर होना चाहिए, एक ईकोसिस्टम बनना चाहिए. शहरों के बाहर तो काफी अच्छी सड़कें हैं,अच्छी कनेक्टिविटी है, लेकिन शहरों के अंदर जहां इंडस्ट्री हैं वहां भी सड़कें बेहतर होनी चाहिए. उन्होंने ये सिंगरौली के संदर्भ में कहा.
स्टार्टअप्स बढ़ेंगे तो पैसा आएगा
परमाली वॉलेस के ज्वाइंट सैक्रेटरी और सीआईआई मध्य प्रदेश के उपाध्यक्ष मिहिर मर्चेंट का कहना था कि मैनुफैक्चरिंग किसी भी उद्योग का आधार होता है. स्टार्टअप पॉलिसी जब मध्यप्रदेश में आई तो, यह शायद यह एकमात्र राज्य था जो मैनुफैक्चरिंग स्टार्टअप को बढ़ावा दे रहा था. अगर इस तरह की पहल की जाएगी तो राज्य में पैसा आएगा.
वहीं, नेटलिंक के एमडी अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड ने हमें बहुत सी बातें सिखाई हैं. किसी से मुकाबला नहीं करना है, बल्कि एक दूसरे से हाथ मिलाकर काम करना है.