
मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और राज्य की दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है. सत्ताधारी बीजेपी अपने 15 साल के कामकाज के आधार पर जनता के बीच जाएगी, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस वोटरों को रिझाने के लिए रोज नए-नए वादे कर रही है.
धार जिले की कुक्षी सीट कांग्रेस का गढ़ है और इस सीट से करीब 40 साल पार्टी का विधायक ही जीतता आया है. यह जीत अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है और यहां 2 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं.
आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र में इस बार जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) भी चुनाव लड़ने जा रहा है और इसके लिए संगठन की ओर से यहां एक महापंचायत भी बुलाई गई. माना जा रहा है कि इस बार जयस दोनों बड़ी पार्टियां कांग्रेस-बीजेपी के सियासी समीकरण बिगाड़ सकता है.
2013 चुनाव के नतीजे
कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह बघेल- 89111 वोट
बीजेपी से मुकम सिंह- 46343 वोट
2008 चुनाव के नतीजे
कांग्रेस से जमुना देवी- 49911 वोट
बीजेपी से रेलम चौहान- 39113 वोट
बता दें कि मध्यप्रदेश की ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. लेकिन कुछ सीटों पर बीएसपी का भी प्रभाव है. यहां 2003 से बीजेपी की सरकार है और इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.