
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से हैरतअंगेज मामला सामने आया है. जमुनिया गांव में एक परिवार ने शादी में दबंगों को न्योता नहीं दिया तो उनका बहिष्कार कर दिया गया. परिवार को न तो गांव की दुकान से राशन मिल रहा है और न ही टंकियों से पानी भर पा रहे हैं.
चारगवा पुलिस थाने के तहत आने वाले जमुनिया गांव के तुकाराम गोंड ने हाल ही में अपने छोटे भाई की शादी के मौके पर भोज आयोजित कराया था, जिसमें गांव के कुछ दबंग नहीं पहुंचे. गोंड के मुताबिक, उसने परंपरा के मुताबिक सभी को न्योता दिया था. लेकिन कुछ दबंग भोज में नहीं आए. उनका कहना था कि उन्हें सही तरीके से न्योता नहीं दिया गया.
तुकाराम ने कहा, 'शादी के बाद हमें न तो गांव की दुकान से राशन खरीदने दिया जा रहा है और न ही पानी भरने दिया जा रहा है. हमने पुलिस में शिकायत की लेकिन किसी ने शिकायत दर्ज नहीं की और हमें कई घंटे इंतजार के बाद खाली हाथ लौटना पड़ा.' तुकाराम के परिवार ने जबलपुर जिला प्रशासन की मदद ली, इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज की.
जिला प्रशासन से निर्देश मिलने के बाद स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामला दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझ गया है. चारगवा पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर एसएस झरिया ने कहा, 'गोंड परिवार और गांव के अन्य लोगों के बीच कुछ मतभेद थे. लेकिन पुलिस के दखल के बाद मामला सुलझ गया है.'
गांव के सरपंच किशन कुमार पटेल का दावा है कि मामले को जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया. पटेल ने कहा, 'किसी को राशन या पानी भरने से नहीं रोका गया. यह मामूली विवाद था, जिसे सुलझा लिया गया.' हालांकि पीड़ित परिवार का दावा है कि उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव डाला जा रहा है. जिला प्रशासन ने पुलिस से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है, जबकि अब तक कोई केस तक दर्ज नहीं किया गया.