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EXCLUSIVE: '...शराब की बोतल तो क्या आदमी का सिर भी फोड़ दूंगी', बोलीं उमा भारती

Bhopal की एक वाइन शॉप में घुसकर पत्थर से शराब की बोतलें फोड़ने के बाद उमा भारती ने Aajtak से EXCLUSIVE बातचीत की. उन्होंने अपने कदम को सही ठहराते हुए एक हफ्ते के भीतर शराब दुकान बंद करने का अल्टीमेटम दिया है.

दुकान में शराब की बोतलें फोड़ती हुईं उमा भारती. दुकान में शराब की बोतलें फोड़ती हुईं उमा भारती.
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल ,
  • 14 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST
  • उमा भारती ने शराब दुकान में घुसकर फोड़ी शराब की बोतलें
  • गरीब बस्ती में शराब दुकान का उमा भारती ने किया विरोध
  • एक हफ्ते में शराब दुकान बंद करने का दिया अल्टीमेटम

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) रविवार को अचानक भोपाल की एक शराब दुकान पर पहुंचीं और उन्होंने पत्थर मारकर बोतलें फोड़ डालीं. प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर मुखर उमा भारती ने इसी मुद्दे को लेकर Aajtak से एक्सक्लूसिव बातचीत की और अपने कदम को सही बताया. 

Aajtak से बात करते हुए बीजेपी नेत्री उमा भारती ने कहा, 'मुझे राजधानी भोपाल के भेल क्षेत्र के बरखेड़ा पठानी की महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताई और कहा कि शराबी लोग उनके साथ क्या-क्या व्यवहार करते हैं. उनकी बातों को सुनने के बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने पत्थर उठाकर पूरी ताकत से शराब से भरी बोतलों पर दे मारा.'

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राज्य में शराब बिक्री को लेकर लगातार अपनी नाराजगी जता रहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, 'मैं तो ऐसी ही प्रतिक्रिया देती हूं. चाहे गौमाता पर अत्याचार हो या महिलाओं पर अत्याचार. वह तो अच्छा हुआ कि शराब की बोतलें थीं, लेकिन महिलाओं का अपमान यदि कोई पुरुष भी करेगा, तो मैं उसका भी सिर फोड़ दूंगी.'

भारती ने कहा, शराब दुकान जिस जगह पर बनी है, वहां पास में मंदिर है और गरीब मजदूरों की रिहायशी बस्ती है, इसलिए प्रशासन को सिर्फ उसका लाइसेंस ही कैंसल नहीं करना चाहिए, बल्कि दुकान पर बुलडोजर चलाना चाहिए. 

बीजेपी नेत्री ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी पर उंगली नहीं उठा रही. वह तो बहुत सात्विक आदमी हैं और मैं दावे के साथ कहती हूं कि शिवराज जी को अभी पता भी नहीं होगा कि शराब की दुकान रिहायशी बस्ती में है.'

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Aajtak के सवाल पर भारती ने जवाब दिया, 'आप बोल रहे हैं कि मध्य प्रदेश में पत्थरबाजों के लिए कानून बना है, लेकिन आप बताएं कि मैंने किस पर पत्थर मारा? पुलिस पर, डॉक्टरों पर, शासकीय कर्मचारियों पर या लोगों पर. मैंने तो पत्थर मारने से पहले दुकान पर काम करने वालों को साइड में कर दिया था.  प्रशासन को मैंने एक हफ्ते का समय दिया है और उस शराब दुकान को तो हटना ही होगा.'

उमा ने अपने ट्वीट में भी लिखा, बरखेड़ा पठानी आजाद नगर, बीएचईएल भोपाल, यहां मज़दूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की शृंखला हैं जो की एक बड़े आहाता में लोगों को शराब परोसते हैं. मज़दूरों अपनी पूरी कमाई इन दुकानों में फूंक देते हैं. यहां के निवासियों एवं महिलाओं ने आपत्तियां कीं, विरोध में धरने दिए क्योंकि ये दुकानें सरकारी नीति के ख़िलाफ़ हैं. इसलिए प्रशासन ने हर बार बंद करने का आश्वासन दिया, लेकिन कई साल हो गए यह नही हो पाया. आज मैंने प्रशासन को एक हफ़्ते के अंदर दुकान एवं आहाता बंद करने की चेतावनी दी है.

दरअसल, मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लंबे समय से राज्य में शराबबंदी की मांग कर रही हैं. पहले भी कई बार शराबबंदी के खिलाफ अभियान शुरू करने की कोशिश कर चुकी हैं.  

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