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विकास दुबे पर रखा गया इनाम किसे मिलेगा? उज्जैन एसपी ने बनाई कमेटी

विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया था. पहले उस पर एक फूल वाले को शक हुआ था जिसने मंदिर की सुरक्षा में लगी टीम को इसकी जानकारी दी थी और इसके बाद महाकाल थाने की पुलिस ने उसे मंदिर की पुलिस चौकी पर लाकर शुरुआती पूछताछ की थी. अब जांच समिति बताएगी कि इनाम किसे मिलना चाहिए.

गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन में पकड़ा गया था (फाइल-पीटीआई) गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन में पकड़ा गया था (फाइल-पीटीआई)
रवीश पाल सिंह/संदीप कुलश्रेष्ठ
  • उज्जैन ,
  • 21 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 8:27 AM IST

  • उज्जैन एसपी ने 3 एडिशनल एसपी की बनाई एक टीम
  • समिति रिपोर्ट तैयार करेगी, इनाम किसे मिलना चाहिए

गैंगस्टर विकास दुबे के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से पकड़े जाने और फिर यूपी पुलिस द्वारा उसके एनकाउंटर किए जाने के बाद उस पर घोषित इनाम किसे मिले अब इस पर सवाल उठ रहा है. विकास दुबे मामले में इनामी कार्रवाई के लिए उज्जैन एसपी ने एक समिति गठित कर दी है. गैंगस्टर की गिरफ्तारी में कई लोग शामिल थे.

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उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह ने 3 एडिशनल एसपी की एक टीम बनाई है जो इस संबंध में पड़ताल करेगी कि इनाम किसे मिलना चाहिए. 3 एडिशनल एसपी की इस टीम में ग्रामीण एएसपी, शहरी एएसपी और क्राइम एएसपी शामिल हैं. तीनों मिलकर रिपोर्ट तैयार करेंगे कि विकास दुबे को पकड़वाने के लिए इनाम किसे दिया जाना चाहिए.

9 जुलाई को पकड़ा गया था विकास दुबे

विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया था. पहले उस पर एक फूल वाले को शक हुआ था जिसने महाकाल मंदिर की सुरक्षा में लगी टीम को इसकी जानकारी दी थी और इसके बाद महाकाल थाने की पुलिस ने उसे मंदिर की पुलिस चौकी पर लाकर शुरुआती पूछताछ की थी. फिर उसे अज्ञात स्थान पर ले जाया गया था.

दिनभर की पूछताछ के बाद शाम को उसे उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम को सौंप दिया गया था.

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समिति हकदारों की तलाश करेगी

उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि 'किसी भी क्रिमिनल के खिलाफ कोई जब इनाम घोषित होता है, तो उसके पकड़े जाने की प्रक्रिया होती है. विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तारी करने से लेकर के उसे सुपुर्द करने तक बहुत सारे पुलिस अधिकारियों ने अपने फर्ज अदायगी की है.

उन्होंने कहा कि किस पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और प्राइवेट एजेंसी का क्या रोल रहा है. सूचना देने से लेकर इंट्रोगेशन से लेकर हैंड ओवर करने तक किन-किन का रोल रहा है. इसके लिए हमने तीनों एडिशनल एसपी (ग्रामीण एएसपी आकाश भूरिया, शहरी रूपेश द्विवेदी और क्राइम एएसपी अमरेंद्र सिंह) की एक समिति गठित की है जो किस अधिकारी और कर्मचारी का क्या योगदान रहा है तथा किसे इनाम दिया जाना चाहिए, इस पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी और रिपोर्ट आते ही हम अगली कार्रवाई के लिए सूचित करेंगे'.

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दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश पुलिस से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद इनाम संबंधी पत्र के सवाल पर एसपी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है. कोई अच्छा काम होता है तो पुलिस के उत्साहवर्धन के लिए हम लोग इनाम देते हैं. ये हमारी पुलिस ने किया है और जिन्होंने भी अच्छा काम किया है, उनको भी अच्छे इनाम के लिए प्रयास करूंगा.

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इनाम दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'इस संबंध में कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है. अभी बाबा महाकाल की सवारी चल रही है और उज्जैन में कोरोना का संकट भी बना हुआ है. जो समिति मैंने बनाई है, उसके सदस्य एक-एक करके लोगों से बात कर रहे है और जल्द से जल्द रिपोर्ट दी जाएगी.'

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