
राजनीतिक सरजमीन पर शायद ही पहले कभी ऐसा देखने को मिला हो, जब एक प्रमुख दल का नेता अपने विपक्षी दल के झंडे को लहरा रहा हो. मध्य प्रदेश के सियासी दंगल में सोमवार को कुछ ऐसा ही देखने को मिला. मामला मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर से जुड़ा है, जो अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहते हैं.
दरअसल, बाबूलाल गौर विधायक आरिफ अकील द्वारा आयोजित पैगाम-ए-मोहब्बत रैली में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. रैली की शुरुआत करते हुए पूर्व मुख्य मंत्री गौर ने कांग्रेस का झंडा हाथ में थामा और लहराने लगे. इस मौके पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष राहुल सिंह भी मौजूद थे.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
कांग्रेस का झंडा लहराते हुए गौर की तस्वीरें कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. हालांकि माना यह जा रहा है कि झंडे के रंग के कारण गौर का ध्यान हाथ के निशान पर नहीं गया और वह उसे राष्ट्रध्वज समझ बैठे. लेकिन इस वीडियो ने गौर को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है.
सदन में अपने ही सरकार को घेरा था गौर ने
दूसरी ओर, राजनीतिक ऊठापटक के दौर में यहां यह बताना भी जरूरी है कि बाबूलाल गौर ने मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से विधानसभा के मानसून सत्र में अपनी ही सरकार को घेरने की कोशिश की थी.