
नोटबंदी के 11वें दिन बाद भी देश में हालात जस के तस हैं. नोटबंदी के फैसले से पीड़ित पुणे के एक खातेदार ने पीएम मोदी और रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पुणे के कोंडवा पुलिस स्टेशन में लिखित रूप में शिकायत की है.
पेशे से वकील तौसीफ शेख का स्टेट बैंक में सेविंग अकाउंट है. उनका कहना है कि बैंक अपने खाते की रकम निकालने के लिए ग्राहकों को मना नहीं कर सकते. जब भी जरूरत पड़े, तब ग्राहक पैसे निकाल सकते हैं.
बैंक मैनेजर ने रकम देने से किया इनकार
पीएम मोदी ने 500 और 1000 के पुराने नोट बंद कर दिए हैं. इसलिए चलित नोटों में कमी आई है. शिकायतकर्ता तौसीफ शेख के मुताबिक, उन्हें कुछ दिन पहले 30 हजार रुपये निकालने की जरूरत पड़ी. इसके लिए बीते सोमवार को उन्होंने एसबीआई में अर्जी दी थी, लेकिन बैंक मैनेजर ने मांगी गई रकम देने से इनकार कर दिया. कारण बताया गया कि रिजर्व बैंक ने बड़ी रकम का भुगतान ना करने के आदेश के वजह से भरोसे पर रखी गई रकम नहीं दी गई.
भरोसे की रकम ना देना एक विश्वासघात
शिकायतकर्ता के मुताबिक, भरोसे पर रखी गई रकम वापस ना मिलना और नोटबंदी की वजह से रकम नहीं दी गई, जो विश्वासघात और अन्यायकारक है. उन्होंने पीएम और आरबीआई के गवर्नर के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो वे शिवाजी नगर कोर्ट में केस दर्ज कराएंगे.