Advertisement

'जुबान काटने वाले को देंगे एक लाख इनाम', आंबेडकर को ब्राम्हण बताने वाले एक्टर को NCP नेता की धमकी

एक्टर राहुल सोलापुरकर के डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए गए विवादित बयान ने पूरे देश में बवाल मचा दिया है. NCP नेता जितेंद्र आव्हाड और अजीत पवार गुट के अमोल मिटकरी ने उनके खिलाफ खुलकर विरोध जताया है, जिससे सोलापुरकर अब पुलिस सुरक्षा के घेरे में हैं.

राहुल सोलापुरकर राहुल सोलापुरकर
ऋत्विक भालेकर
  • मुंबई,
  • 10 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:08 PM IST

पिछले सप्ताह, डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए गए विवादित बयान के बाद NCP (शरद पवार) नेता जितेंद्र आव्हाड और अजीत पवार गुट के नेता अमोल मिटकरी ने अभिनेता राहुल सोलापुरकर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आव्हाड ने सोलापुरकर को पीटने की खुली धमकी दी, जबकि एनसीपी (अजित पवार) की नेता अमोल मिटकरी ने यहां तक कहा कि जो कोई सोलापुरकर की जुबान काटेगा उसे एक लाख रुपये का इनाम मिलेगा.

Advertisement

सोलापुरकर इससे पहले भी छत्रपति शिवाजी महाराज के आगरा से भागने जैसे दिए गए विवादास्पद बयानों के कारण चर्चा में आए थे. उनके इस नए बयान से पूरे राज्य में अंबेडकरवादियों और समाज के अन्य हिस्सों में नाराजगी है.

यह भी पढ़ें: पंजाब में आंबेडकर की मूर्ति पर हमला, क्या चुनावी माहौल के बीच दिल्ली में घिर गई AAP? देखें दंगल साहिल के साथ

डॉक्टर आंबेडकर को लेकर किया था विवादित दावा!

सोलापुरकर ने एक स्थानीय वेब पोर्टल पर एक इंटरव्यू में दावा किया कि डॉक्टर आंबेडकर का जन्म सपकाल परिवार में हुआ था और बाद में उन्हें रामजी आंबेडकर ने गोद लिया था. उन्होंने कहा कि वेदों के मुताबिक, जो अपनी विद्या और ज्ञान के लिए जाना जाता है, वही ब्राह्मण होता है. इस आधार पर उन्होंने दावा किया कि डॉक्टर आंबेडकर भी ब्राह्मण थे.

Advertisement

शिवसेना (शिंदे) के नेता ने भी किया विरोध

इस बयान के बाद लोगों और महायूति के सहयोगियों से भी भारी विरोध के बीच पुणे पुलिस ने सोलापुरकर को सुरक्षा दी और उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया है. शिवसेना (शिंदे) के नेता और उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, "अभिनेता सोलापुरकर एक विद्वान पढ़े-लिखे आदमी हैं, लेकिन उन्हें इतिहास पर ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. उन्होंने उनके इंटरव्यू देखे हैं और उन्हें इतिहास पर टिप्पणी से बचना चाहिए."

यह भी पढ़ें: '... तो दलितों-पिछड़ों के लिए देश में कुछ नहीं बचेगा', आंबेडकर की जन्मस्थली से बोले राहुल गांधी

सोलापुरकर ने विरोध के बाद मांगी माफी

सोलापुरकर ने 'राजर्षि शाहू महाराज' के किरदार के लिए काफी सराहना हासिल की थी और कई फिल्मों में काम किया था. विवाद के बाद, उन्हें भांडारकर इंस्टीट्यूट ट्रस्ट के ट्रस्टी पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा. भारी आलोचना और विभिन्न वर्गों से आक्रोशित प्रतिक्रिया के बाद, सोलापुरकर ने आखिरकार माफी मांग ली.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement