
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वो कल शाम 4 बजे बीएमसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन निकालेंगे. वह शिंदे-फडणवीस सरकार के दौरान बीएमसी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि जब शिवसेना (यूबीटी) ने मेट्रो सिनेमा जंक्शन से बीएमसी तक विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है. तो ठीक उसी समय भाजपा युवा मोर्चा ने नरीमन प्वाइंट पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है.
आदित्य ठाकरे के विरोध प्रदर्शन के जवाब में सीएम एकनाथ शिंदे ने खुद आदित्य ठाकरे से सवाल किए हैं. उन्होंने कहा, वे 25 साल तक बीएमसी में सत्ता में रहे. उन्होंने वर्षों तक बीएमसी को लूटा. उन्होंने लोगों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा. कोविड में लोग मर रहे थे और बीएमसी उन्हें लूट रही थी. उन्होंने डेड बॉडी बैग के लिए 5 हजार रुपये वसूले.
'इन्होंने भ्रष्टाचार किया...'
शिंदे ने कहा, 'ठाणे में हम सिर्फ 320 रुपये में दे रहे थे. उन्होंने दवा से लेकर ऑक्सीजन प्लांट और कोविड सेंटर तक हर चीज में भ्रष्टाचार किया. उन्होंने चिकित्सा सुविधाओं के लिए 10 गुना, 100 गुना पैसा वसूला. यह बड़ा भ्रष्टाचार था. लाशों की थैलियों में भ्रष्टाचार करने से बड़ा पाप क्या होगा. यह भ्रष्टाचार का प्रतीक है.'
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, 'लोग गड्ढों में सफर कर रहे थे. हमने पक्की सड़कों का बनाने का फैसला लिया. अगर उन्होंने यह फैसला जल्दी लिया होता तो हमें 3500 करोड़ की बचत होती. लोगों ने गड्ढों पर कुछ गाने तक बनाए हैं.
'गलत कामों को छिपाने के लिए विरोध कर रहे हैं'
सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे गुट पर हमला बोलते हुए कहा, कुछ मामलों में तो डॉक्टर के बिना ही लोगों से इलाज के नाम पर पैसे वसूले जा रहे थे. अब ईडी इस बारे में उनसे पूछताछ करेगी. कोविड काल में हुए घोटाले की जांच अब ED करेगी, तो सब कुछ सामने आ जाएगा. सीएम ने कहा, यह 'उल्टा चोर कोतवाल को डेटें' जैसी स्थिति है. मुंबईकर उन्हें जवाब देंगे, उन्होंने कोविड में सबसे खराब चीजों का अनुभव किया है. जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी. वे अब डरे हुए हैं. इसलिए वे अपने गलत कामों को छिपाने के लिए विरोध कर रहे हैं.