
एनसीपी नेता और पूर्व मुख्य मंत्री अजित पवार ने राज ठाकरे पर निशाना साधा है. सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से डरा धमकाकर फिल्म निर्माता करन जौहर से पैसे लिए गए और 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में देने का तय होने के बाद मामला लटका दिया गया, उससे शक होता है कि कहीं राज ठाकरे ने फिरौती मांगने का काम तो नहीं किया है.
अजीत पवार ने कहा कि जब से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अस्तित्व में आई है. उस दिन से इसने आजतक किसी भी विषय को अंजाम तक ले जाने का काम नहीं किया है. जब हमारी सरकार थी, तब वो पुणे मुंबई एक्सप्रेस वे पर एमएनसे के झंडे लगाकार गाड़ियों की गिनती का काम कर रहे थे. पूछने पर बताया कि हम सर्वे कर रहे हैं. आगे उस सर्वे का क्या हुआ कोई नहीं जानता.
उन्होंने कहा कि जब किसीको डरा धमकाकर उससे पैसे लिए जाते हैं, उसे मराठी में खंडणी (फिरौती) लेना कहते हैं. करन जौहर से पैसे लेने को फिरौती कहे या नहीं इसपर चर्चा हो सकती है. उन्होंने बताया कि बाला साहेब ठाकरे के कार्यकाल में ऐसा कुछ होता नहीं था. एक बार बाला साहेब ने बोल दिया के पाकिस्तान की टीम मुंबई में नहीं आएगी तो नहीं आई.