
महाराष्ट्र में सियासी बयानबाजी के बीच डिप्टी सीएम अजित पवार के भतीजे बारामती में सुप्रिया सुले के लिए प्रचार कर सकते हैं. एनसीपी से अलग होने के बाद से यह पहली बार है, जब पवार परिवार से कोई नया शख्स राजनीति में उभर रहा है और शरद पवार का समर्थन कर रहा है. युगेंद्र पवार ने बुधवार को बारामती में सांसद सुप्रिया सुले के प्रचार कार्यालय का दौरा किया और शरद पवार गुट के कार्यकर्ताओं से चर्चा की. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया.
युगेंद्र पवार अजित पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं. वह राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, युगेंद्र पवार एक धर्मार्थ ट्रस्ट विद्या प्रतिष्ठान संस्था के कोषाध्यक्ष हैं और बारामती पहलवान संघ की देखभाल करते हैं. अब तक वह पेशेवर जिम्मेदारियां संभाल रहे थे, लेकिन अब वह संकेत दे रहे हैं कि वह सुप्रिया सुले के लिए प्रचार करेंगे.
क्या अजित के बेटे भी करेंगे प्रचार?
प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा,'मैंने यहां का दौरा किया है, क्योंकि यह एक नया कार्यालय है. मैं साहेब (शरद पवार) का सम्मान करता हूं, जैसा वह कहेंगे वैसा ही करेंगे. मुझे आगामी चुनावों में प्रचार करने में खुशी होगी' जब अजित पवार के बेटों पार्थ और जय से उनके पिता के लिए प्रचार करने के बारे में पूछा गया, तो युगेंद्र ने कहा कि यह अच्छा है कि हम सभी प्रचार करेंगे. जब उनसे पूछा गया कि वह राजनीति में कैसा सफर पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा,'मैं जमीनी स्तर से शुरुआत करके ऊपर जाना पसंद करूंगा. मैं लंबे समय से जमीनी स्तर पर काम कर रहा हूं.'
बारामती से चुनाव लड़ सकती हैं सुनेत्रा
अजित पवार के अलग रुख अपनाने और भाजपा में शामिल होने का फैसला करने के बाद पवार परिवार में दो विचार धाराएं बनीं. हालिया भाषण में अजित पवार ने संकेत दिया था कि उनके परिवार को छोड़कर पवार परिवार के बाकी सभी सदस्य उनके खिलाफ होंगे. संभावना है कि अजित बारामती लोकसभा सीट के लिए अपनी पत्नी सुनेत्रा का नाम आगे बढ़ा सकते हैं. सुप्रिया सुले इस सीट से मौजूदा सांसद हैं और इसलिए बारामती में मामला पवार बनाम पवार हो सकता है.
शरद पवार ने युगेंद्र को बताया बिजनेसमैन
बुधवार को जब शरद पवार से युगेंद्र पवार के राजनीति में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है, वह एक बिजनेसमैन हैं. उनका अपना व्यवसाय है. उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में पढ़ाई की है. अजित पवार गुट के एमएलसी अमोल मिटकारी ने युगेंद्र पर टिप्पणी करते हुए कहा युगेंद्र नाम के एक युवा को राजनीति में लाया जा रहा है. सवाल यह है कि क्या यह अजित पवार के राजनीतिक विकास में बाधा डालने के लिए है? जहां भी अजित पवार के उम्मीदवार होंगे, उनका इसी तरह विरोध किया जाएगा. मंगलवार को अनिल तटकरे को एनसीपी शरदचंद्र पवार गुट का महाराष्ट्र उपाध्यक्ष बनाया गया. अनिल सुनील तटकरे के भाई हैं, जो अजित पवार की पार्टी एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष हैं. आने वाले चुनाव में अनिल को उनके भाई के खिलाफ उतारा जा सकता है.