
महाराष्ट्र में बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार करने के लिए सुरक्षा की मांग की. शिंदे की पुलिस हिरासत में जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई थी. उसके चाचा अमर शिंदे ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने उसका शव दफनाने के लिए स्थान का चयन अब तक नहीं किया है.
दफनाने के लिए जगह की तलाश
उन्होंने कहा, 'हम उसे दफनाने के लिए जगह की तलाश कर रहे हैं. पुलिस ने हमें कुछ जगह दिखाने के लिए बुलाया है. हम शव को सुरक्षित जगह पर दफनाएंगे.' अमर शिंदे ने कहा कि अक्षय के माता-पिता और उसके वकील को सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए क्योंकि उनकी जान को खतरा है. उन्होंने कहा, 'हमने इस अनुरोध के साथ उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री (देवेंद्र फडणवीस) को भी एक ईमेल भेजा है.'
स्कूल में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न का आरोप
अमर शिंदे (24) पर ठाणे जिले के बदलापुर स्थित एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न का आरोप था. पुलिस के अनुसार, सोमवार शाम को उसे तलोजा जेल से बदलापुर वापस ले जाया जा रहा था, तभी ठाणे के निकट मुंब्रा बाईपास पर गोलीबारी हुई, जिसमें उसकी मौत हो गई. किंडरगार्टन की दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना के बाद पिछले महीने बदलापुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था.
अपनी याचिका में अक्षय के पिता ने पुलिस के इस दावे को चुनौती दी कि अक्षय ने पूछताछ के लिए ले जाते समय एक अधिकारी पर गोली चलाई थी, जिसके कारण जवाबी गोलीबारी में उसकी मौत हो गई. याचिका में आरोप लगाया गया कि उसे "फर्जी मुठभेड़" में मारा गया और घटना की जांच की मांग की गई.
इस बीच अधिवक्ता कतरनवरे ने अक्षय के खिलाफ दायर आरोपपत्र में पारदर्शिता की कमी की आलोचना करते हुए कहा कि परिवार को कोई प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई है.