
शिवसेना (यूबीटी) के नेता अमोल कीर्तिकर ने रवींद्र वायकर की लोकसभा चुनाव में जीत को चुनौती देते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. याचिका में उन्होंने मांग की है कि उन्हें विजेता घोषित किया जाए. उद्धा गुट के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर सीएम एकनाथ शिंदे गुट के नेता रवींद्र वायकर से 48 वोटों के मामूली अंतर से हार गए थे.
अधिवक्ता अमित करांडे के माध्यम से दायर कीर्तिकर की याचिका में मतगणना केंद्र पर मुद्दों और निर्धारित मानदंडों का अनुपालन न करने का आरोप लगाया गया है. कीर्तिकर ने कहा कि "मतगणना टेबल पर चुनाव याचिकाकर्ता (कीर्तिकर) के एजेंटों द्वारा दर्ज/नोट किए गए वोटों की तुलना में घोषित वोटों में बड़ी विसंगति थी."
'मतगणना प्रक्रिया में लगाया चूक का आरोप'
याचिका में यह भी बताया गया कि वोटों की दोबारा गिनती की मांग की गई थी, लेकिन वैधानिक निर्देशों की पूरी तरह से अनदेखी करते हुए कथित तौर पर इसे जल्दबाजी में खारिज कर दिया गया. उन्होंने मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से वायकर के निर्वाचन को रद्द करने की मांग और मतगणना प्रक्रिया में चूक का आरोप लगाया गया है.
'रिटर्निंग ऑफिसर ने की जल्दबाजी'
याचिका में आगे आरोप लगाया गया है कि रिटर्निंग ऑफिसर ने वोटों की गिनती के समय "अत्यधिक जल्दबाजी और स्पष्ट मनमानी" दिखाई. कीर्तिकर ने अपनी याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत से पूरी मतगणना प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी तलब करने की मांग की. वहीं, कीर्तिकर के वकील करांडे अगले सप्ताह न्यायमूर्ति एनजे जमादार की पीठ के समक्ष याचिका का उल्लेख कर सकते हैं.
भरत शाह ने भी दायर की याचिका
आपको बता दें कि रवींद्र वायकर ने अमोल कीर्तीकर ने मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था. कांटे के मुकाबले में कीर्तिकर वायकर से 48 वोटों के मामूली अंतर से हार गए. वायकर को 452644 वोट मिले तो कीर्तिकर को 452596 वोट मिले.
अमोल से पहले एक अन्य उम्मीदवार हिंदू समाज पार्टी के भरत शाह ने पिछले महीने शिवसेना नेता के खिलाफ याचिका दायर की थी. उनकी इस याचिका पर भी अभी सुनवाई होनी है.