
महाराष्ट्र के अमरावती के प्रभात चौक पर जर्जर इमारत ढहने से 5 मजदूरों की मौत हो गई. वहीं दो लोग घायल हो गए. हादसे के बाद मृतकों के परिजन को रो-रोकर हाल बेहाल है. हादसे की खबर लगते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और जायजा लेकर कार्रवाई शुरू की. इस घटना को लेकर DM ने जांच के आदेश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार, अमरावती के प्रभात चौक पर पुरानी जर्जर इमारत की रिपेयरिंग का काम चल रहा था. इस दौरान अचानक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई. इससे काम कर रहे पांच मजदूरों की मलबे में दबने से मौत हो गई. वहीं दो लोग घायल हो गए हैं. घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हादसे की खबर मिलते ही महानगर पालिका का अतिक्रमण दस्ता और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची. टीम ने तुरंत जेसीबी की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. इसके बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला. अस्पताल में डॉक्टर ने सभी को मृत घोषित कर दिया. हादसे में 2 लोग घायल हो गए हैं.
मृतक के परिजन आसिफ अली ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि प्रशासन ने ऐसी जर्जर इमारत को महज नोटिस देकर छोड़ दिया.
मनपा इंजीनियर सुहास चव्हाण ने हादसे के लिए बिल्डिंग मालिक को दोषी ठहराते हुए नोटिस जारी किया था. इसमें कहा गया था कि इस पर कोई निर्माण नहीं करना है. इसके बाद भी बिल्डिंग मालिक नहीं माना और बिल्डिंग के इंटीरियर की रिपेयरिंग का काम शुरू करवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.
हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचीं सांसद नवनीत राणा
इस हादसे के बाद अमरावती की सांसद नवनीत राणा, डीएम अवनीत कौर और पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह घटनास्थल पर पहुंचीं. सांसद नवनीत राणा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसलिए नोटिस देने के बाद मनपा को खुद बिल्डिंग खाली करवा देनी चाहिए.
डीएम अवनीत कौर ने इस हादसे को लेकर एक जांच समिति बैठा दी है. इस हादसे की वजह क्या है, कौन दोषी है, उस पर कार्रवाई की बात कही है. बता दें कि अमरावती में यह इस साल दूसरा बड़ा हादसा है.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने का किया ऐलान
इस हादसे का उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने संज्ञान लिया है. घटना को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री सहायता निधि से मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है. यह जानकारी देवेंद्र फडणवीस ने अपने टि्वटर हैंडल पर ट्वीट कर दी है.