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महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं. गुरुवार को महा विकास अघाड़ी सरकार को फ्लोर टेस्ट का सामना करना है. मौजूदा हालात उद्धव सरकार के फेवर में नहीं है. नंबर गेम में महा विकास अघाड़ी पिछड़ती दिख रही है.
इस बीच AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि NCP और शिवसेना का गठबंधन कैसे हुआ? चुनाव में आप बोलते थे कि ओवैसी को वोट मत दो सेना और बीजेपी को रोकना है तो फिर चुनाव के बाद निकाह क्यों कर लिए आप लोग?
दरअसल, महाराष्ट्र में AIMIM के दो विधायक हैं. फिलहाल वो दोनों विधायक फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे या नहीं, इस पर फैसला अभी AIMIM चीफ ने नहीं लिया है. वहीं, राज्यपाल ने 30 जुलाई फ्लोर टेस्ट का ऐलान किया है. फ्लोर टेस्ट सुबह 11 बजे शुरू होगा और किसी भी सूरत में 5 बजे से पहले इसे पूरा कर लिया जाए.
फडणवीस ने की फ्लोर टेस्ट की मांग
बता दें कि मंगलवार को सूबे के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार के खिलाफ फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर राजभवन पहुंचे थे. फडणवीस ने कहा था कि शिवसेना विधायक बाहर हैं और वो एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना चाहते हैं. उद्धव सरकार अल्पमत में है. इस स्थिति में मुख्यमंत्री सदन में बहुमत साबित करें.
MP विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी AIMIM
भोपाल दौरे पर पहुंचे ओवैसी ने आजतक से बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव भी AIMIM लड़ेगी. हिंदुओं के खिलाफ नहीं बल्कि हम उस विचारधारा के खिलाफ है जो सावरकर ने लिखी है. हम आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं. महात्मा गांधी को मारने वाले का मजहब क्या था? राजीव गांधी को जिसने मारा उनका क्या मजहब था? दिल्ली में सिखों के नरसंहार के जिम्मेदार का मजहब क्या था? छत्तीसगढ़ में जो हमारे जवान मारे जाते हैं उन्हें मारने वालों का क्या मजहब था? बीजेपी इसलिए मजहब की बात ना करें?
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के ही एक सांसद वरुण गांधी बोल रहे हैं तो मैं तो कहता हूं कि प्रधानमंत्री और उनके सभी सांसदों को कहना चाहिए कि वो पेंशन नहीं लेंगे. जो बच्चे 2019 में फॉर्म भरे और 2020 में परीक्षा दी जिनकी अब जॉइनिंग होनी थी, अब उन पर क्या बीत रही होगी?
उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना देश हित में नहीं है, जब चीन सामने खड़ा है और कश्मीर में पंडितों को अभी भी मारा जा रहा है. अब जो पहले से फौजी हैं और जो अग्निवीर बनेंगे तो फिर क्यों फौज में असंतुलन बनाया जा रहा है. मोदी सरकार को अग्निवीर योजना वापस लेनी ही होगी.