
महाराष्ट्र एटीएस ने गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि वह अभी भी कॉमरेड गोविंद पानसरे हत्या मामले में दो फरार आरोपियों की तलाश कर रही है. दरअसल, एटीएस का प्रतिनिधित्व करने वाले अभियोजक ने सीलबंद लिफाफे में जांच की 'प्रगति रिपोर्ट' न्यायमूर्ति अजय गडकरी और न्यायमूर्ति श्याम चांडक की पीठ को सौंपी. इस पर पीठ ने पूछा, "ये पहले की दो रिपोर्टों की तरह ही है."
अभियोजक ने आगे कहा कि मामले की सुनवाई चल रही है और 17 गवाहों से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है. और सुनवाई करने वाली विशेष अदालत पूरे दिन केवल पानसरे हत्या मामले की सुनवाई करती है. हालांकि, पीठ ने कहा, "आपको हमें जांच की प्रगति रिपोर्ट बतानी है, मुकदमे की प्रगति नहीं."
यह सुनकर अभियोजक ने कहा, "जहां तक दो फरार लोगों का सवाल है, हम अभी भी उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं."
इसके बाद पीठ ने एटीएस को और समय देने का फैसला किया और एजेंसी से पूछा कि वह आगे की जांच रिपोर्ट कब पेश करना चाहेगी. अभियोजक ने कहा कि मामले को जनवरी की तारीख तक स्थगित किया जा सकता है. हालांकि, पीठ ने टिप्पणी की, "एक महीने में क्या होगा जो पिछले चार महीनों में नहीं हुआ" और याचिकाओं को तीन महीने बाद आगे की सुनवाई के लिए स्थगित कर दिया.
बता दें कि 16 फरवरी 2015 को पानसरे को कोल्हापुर में गोली मार दी गई थी. 20 फरवरी को उनकी चोटों के कारण मौत हो गई. मामले की जांच सीआईडी एसआईटी को स्थानांतरित कर दी गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिलने पर, मामला अगस्त 2022 में एटीएस को स्थानांतरित कर दिया गया. इस साल, अदालत ने मुकदमे का सामना कर रहे 10 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए और आखिरकार यह हो गया. पंसारे पर गोली चलाने के आठ साल बाद शुरू हुआ.