
शिवसेना में जारी घमासान के बीच पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की पुत्रवधू स्मिता ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है. शिवसेना में उद्धव के खिलाफ बगावत के बाद स्मिता, ठाकरे परिवार की पहली सदस्य हैं, जिन्होंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है. शिंदे से स्मिता ठाकरे की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, फिल्म निर्माता स्मिता ठाकरे ने मंगलवार को एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद कहा कि वह (शिंदे) शिवसेना के ‘पुराने’ शिवसैनिक हैं. उन्होंने इसे एक शिष्टाचार मुलाकात बताया. दक्षिण मुंबई में सरकारी अतिथि गृह ‘सहयाद्री’ में शिंदे से मुलाकात के बाद स्मिता ने संवाददाताओं से कहा, ‘एकनाथ शिंदे एक पुराने शिवसैनिक हैं, जो मुख्यमंत्री बन गए हैं. मैं यहां उन्हें बधाई देने आई हूं. मैं उन्हें और उनके काम को पिछले कई सालों से जानती हूं. यह शिष्टाचार मुलाकात थी. हम एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं, इसलिए मैं उनसे मिली.’
जयदेव ठाकरे की पत्नी हैं स्मिता ठाकरे
शिवसेना में बगावत के बारे में पूछे जाने पर स्मिता ने कहा कि वह इसके बारे में कुछ नहीं जानती हैं क्योंकि वह राजनीति में नहीं हैं. स्मिता ने कहा, ‘मैं राजनीति में नहीं हूं. मैं इसके बारे में कुछ नहीं जानती.’ बाला साहेब ठाकरे के दो बेटे हैं. जयदेव और उद्धव. स्मिता ठाकरे बाला साहेब के दूसरे बेटे जयदेव की पत्नी हैं. 1995-99 के दौरान शिवसेना में उनका ताकतवर रुतबा हुआ करता था.
8 अगस्त तक दोनों गुटों को देना है जवाब
उद्धव ठाकरे को हाल ही में एकनाथ शिंदे की बगावत की वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. अब दोनों के बीच पार्टी को लेकर सियासी लड़ाई चल रही है. बता दें कि MVA सरकार गिराने के बाद बीजेपी के सहयोग से एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं. उसके बाद उन्होंने 19 में से 12 सांसदों को अपने गुट में शामिल कर लिया है. इन सबके बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पर भी दावा कर दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि 55 में से 40 विधायक, विभिन्न एमएलसी और 19 में से 12 सांसद उनके साथ हैं. आयोग ने अब दोनों समूहों को 8 अगस्त 2022 तक अपने दावों का समर्थन करने के लिए दस्तावेजों के साथ अपनी लिखित प्रस्तुतियां प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.