
महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट को लेकर जारी महायुति गठबंधन की शिवसेना और एनसीपी अजित पवार खेमे में मतभेद आखिरकार सुलझ गया है. मुंबई में देर रात हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम की मौजूदगी में इस विवाद को सुलझा लिया गया. आधी रात को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा बंगले पर सभी नेताओं की करीब डेढ़ घंटे तक बैठक हुई.
विजय शिवतारे ने कर दी थी बगावत
दरअसल शिंदे गुट के नेता विजय शिवतारे ने गठबंधन में बगावत कर दी थी और बारामती सीट से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले थे. बुधवार देर रात मुंबई में हुई एक मीटिंग में विजय शिवतारे को बुलाया गया. इस बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे, दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे.
अमित शाह ने एकनाथ शिंदे को सौंपी जिम्मेदारी
मीटिंग में विजय शिवतारे को मनाने की कोशिश की गई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बारामती विवाद को सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई थी. लिहाजा शिवतारे और अजित पवार को आमने-सामने बैठाकर पिछले सभी विवादों को सुलझाने का फैसला लिया गया.
विकास परियोजनाओं में तेजी लाने का वादा
तीनों नेताओं ने शिवतारे से उनके निर्वाचन क्षेत्र में लंबित लगभग 11 विकास परियोजनाओं को फंड देकर गति देने का वादा किया. उनसे वादा किया गया कि मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम पुरंदर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट, जेजुरी डेवलपमेंट प्लान, नेशनल मार्केट प्रोजेक्ट जैसी विभिन्न परियोजनाओं के लिए काम में तेजी लाएंगे. हालांकि विजय शिवतारे 28 मार्च को पुणे में अपने समर्थकों और जिला परिषद सदस्यों के साथ चर्चा करने के बाद अपना फैसला सुनाएंगे कि वह बारामती से चुनाव लड़ेंगे या नहीं.
कौन हैं विजय शिवतारे?
विजय शिवतारे अजित पवार के विरोधी माने जाते हैं. शिवतारे पहली बार 2009 में पुरंदर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना की टिकट पर विधायक बने थे. 2014 में वह फिर एक बार विधानसभा पहुंचे और जल संसाधान राज्यमंत्री बने. उस दौरान अजित पवार और उनके बीच बहुत खींचतान हुई.
विजय शिवतारे ने पुरंदर और अन्य इलाकों में पार्टी को बढ़ाने के लिए अजित पवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था इसलिए अजित पवार विजय शिवतारे से काफी नाराज थे. 2019 में पुरंदर की रैली के दौरान अजित पवार ने विजय शिवतारे को चुनौती देते हुए कहा था, 'मैं भी देखता हूं कि तुम कैसे विधायक बनते हो.' दरअसल शिवतारे ने शरद पवार और सुप्रिया सुले पर ऐसी टिप्पणी कर दी थी जिस पर अजित पवार भड़क गए थे.