
महाराष्ट्र के पुणे जिले के इंदापूर में दूध दाम पर पांच रुपये सब्सिडी दी गई है. इस खबर के बाद खुश हुए किसानों ने अनशनकर्ताओं को दूध से नहलाया. दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने किसानों के दूध खरीद पर 5 रुपए की सब्सिडी देने की घोषणा की है. इसके बाद दूध के दाम की बढ़ोतरी को लेकर अनशन कर रहे आंदोलनकारियों को किसानों ने दूध से नहलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
गाय के दूध के दाम 24 रुपये तक गिरने के कारण किसान परेशान थे. दूध के दाम 34 रुपये तक बढ़ाने की मांग को लेकर पुणे जिले के इंदापुर में शिवधर्म फाउंडेशन के दो किसानों दीपक काटे और माऊली वनवे ने 11 दिन तक अनशन किया.
प्रशासन द्वारा उन्हें दूध के दाम बढ़ाने का आश्वासन दिया गया. तब उन्होंने अनशन छोड़ दिया था. उसके बाद ही महाराष्ट्र सरकार ने शीतकालीन सत्र में गाय के दूध को खरीद पर 5 रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा कर दी. सरकार की ओर से सब्सिडी की घोषणा होते ही इंदापुर में दूध उत्पादकों ने अनशनकर्ता दिपक काटे और माऊली वनवे को दूध से नहलाकर खुशी मनाई.
हिमाचल में जारी है प्रदर्शन
उधर, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनावों के दौरान दी गई गारंटियों को लेकर विपक्षी दल भाजपा लगातार हमलावर है. विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को दूध की गारंटी को लेकर भाजपा विधायकों ने सदन में जाने से पहले विरोध जताया. भाजपा विधायक गगरी में दूध लेकर विधानसभा पहुंचे ओर कांग्रेस को दूध खरीदने की गारंटी याद दिलाई.
इस दौरान भाजपा विधायक सदन के बाहर सौ रुपए किलो दूध बेचते नजर आए. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौर में जनता से वादा किया था कि प्रदेश में गाय का दूध 80 रुपये किलो और भैंस का दूध 100 रुपये किलो में खरीदा जाएगा.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कहा था कि वह हर घर से 10 लीटर दूध खरीदेंगे, लेकिन अभी तक वह गारंटी सरकार ने पूरी नहीं की है. इस दौरान जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा कि दूध लीटर में होता है, लेकिन सीएम सुक्खू ने तो किलो के हिसाब से ही दूध खरीदने का बात कही थी.