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महाराष्ट्र की नांदेड पुलिस ने डकैती और मोबाइल चोरी के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल, 44 मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल तीन बाइक बरामद की है, जिनकी कीमत 10 लाख 61 हजार रुपये आंकी गई है. पुलिस का कहना है कि ये अपराधी नांदेड़ शहर और आसपास के इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी डकैती जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दे रहे थे.
पुलिस अधिकारी सुशील कुमार नायक ने बताया कि आरोपियों की पहचान नितिन चव्हाण, मोहम्मद मोहसिन, मोहम्मद गौस, नागेश उर्फ लाड्या, सचिन दत्ता पवार, दत्ता गोविंद चव्हाण, सतीश सोनटक्के, आदि पाटिल, रामेश्वर जाधव, विशाल डोलारकर के रूप में हुई है. गिरफ्तार चोरों के नाम गणेश घोरपड़े और हनुमंत लाडे हैं.
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'अर्धपुर थाने में दर्ज लूट मामले की जांच शुरू'
डीएसपी सुशील कुमार नायक ने इसमें और भी आरोपियों के शामिल होने की आशंका जताई है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. पुलिस ने जब उससे गहनता से पूछताछ की, तो उसने अपने अन्य साथियों के नाम बता दिए. उसने बाद और अर्धपुर थाना क्षेत्र में डकैती करने की बात भी कबूल की है. साथ ही अर्धपुर थाने में दर्ज लूट मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
'नांदेड में IT का बड़ा एक्शन'
नांदेड शहर में 15 मई को आयकर विभाग (Income tax department) ने बड़ी कार्रवाई की. यहां IT टीम ने भंडारी फाइनेंस व आदिनाथ कोऑपरेटिव बैंक (Adinath Multi State Cooperative Bank and Bhandari Finance ) पर छापा मारा. इस दौरान करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति मिली, जिसे आयकर विभाग ने जब्त कर लिया. कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में कैश मिला, जिससे गिनने में 14 घंटे लग गए.
'8 KG सोना, 14 करोड़ कैश बरामद'
आयकर विभाग की यह कार्रवाई लगातार 72 घंटे तक चली. छापेमारी में विभाग को भंडारी फैमिली के पास से 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति मिली. इसके अलावा 8 किलो सोना मिला. आयकर विभाग ने कुल 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाया, जिसे जब्त कर लिया गया. अधिकारियों को छापेमारी के दौरान मिले 14 करोड़ कैश को गिनने में करीब 14 घंटे लग गए. इस कार्रवाई से फाइनेंस कारोबारियों में खलबली मच गई.