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बीजेपी प्रत्याशियों ने नहीं दी एंट्री फीस, कर्मचारियों से होगी वसूली

पुणे महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर बीजेपी अपने 162 प्रत्याशियों को लेकर सिंहगड़ किला पहुंची, नहीं दिया गाड़ियों का एंट्री फीस. वन विभाग कर्मचारियों से सारी राशि वसूलने की कही जा रही बात.

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पंकज खेळकर
  • नई दिल्ली,
  • 07 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 11:30 AM IST

भारतीय जनता पार्टी ने पुणे में होने जा रहे महानगरपालिका चुनाव प्रचार का शुभारंभ अनूठे तरीके से किया, लेकिन भाजपा ने अपने शुरुआती चालचलन से ही दर्शा दिया है कि उनका प्रशासन किस प्रकार का हो सकता है. पुणे शहर के नजदीक स्थित ऐतिहासिक सिंहगड़ किले पर अपने 162 प्रत्याशियों को ले जाकर उन्होंने शपथ दिलाई कि आने वाले समय में वे पुणे महानगरपालिका का कामकाज पारदर्शक, सुशासनयुक्त, विकासाभिमुख, गतिमान और भ्रष्टाचार मुक्त करेंगे. उन्हें इस बात का दृढ़निश्चय करने को कहा गया कि उनके किसी कृत्य से पुणेवासियों को शर्मिंदा न होना पड़े.

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पुणे वासियों को आने वाले नगरनिगम चुनाव में भाजपा के प्रत्यशियों को क्यों वोट देना चाहिए? ये सारे आश्वासन भाजपा के आला नेताओं की मौजूदगी में दिए गए. स्वराज्य स्थापित करने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज का अथक परिश्रम और जनता की खुशहाली के लिए शिवाजी महाराज के पारदर्शक प्रशासन की मिसाल दी गयी. महाराष्ट्र प्रांत के बीजेपी अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने मौके पर आश्वासन दिया कि वे जीतने के बाद पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देंगे. वे पुणे को सांस्कृतिक शहर मानते हुए उसके विकास की बात कहते हैं.

सिंहगड़ किले के पुणे दरवाजे के सामने सभी 162 प्रत्याशियों ने शपथ ली. इसके बाद सभी प्रत्याशी प्रचार के लिए निकल पड़े. चार प्रत्याशी एक गाड़ी में बैठ कर निकले. ऐसी लगभग 35 गाड़ियां वहां से पुणे शहर की ओर से रवाना हुईं. गौरतलब है कि सिंहगड़ किले पर हर चौपहिया वाहन की एंट्री फीस 50 रुपये है. वे वहां से यह फीस दिए बगैर ही रवाना हो गए. किसी ने भी इस राशि को चुकाने की पहल नहीं की. वे सभी भविष्य का ताना-बाना बुनने में इस कदर मशगूल रहे कि वर्तमान में उठाया गया गलत कदम भूल गए. वे अपनी ओर से बेहतरीन प्रशासन का नमूना देना भूल गए.

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सुरक्षाकर्मियों को ऊपर से मिले थे निर्देश
किले से शहर की ओर आते समय पहाड़ी के नीचे वाले वन विभाग द्वारा चौकी पर जब आजतक ने पूछा कि क्या किले पर जाने वाले बीजेपी प्रत्याशियों की गाड़ियों से एंट्री फीस ली गयी तो सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि भाजपा की किसी भी गाड़ी से सोमवार के दिन पैसा नहीं लेना है. वन विभाग के सुरक्षा कर्मी कहते हैं कि उन्हें ऊपर से बीजेपी प्रत्याशियों से एंट्री फीस न लेने के निर्देश मिले हैं. चुनाव के दौरान आचारसंहिता उल्लंघन मामले पर आज तक ने इलेक्शन ऑफिसर से इस मसले पर बातचीत की. वे कहते हैं कि मंत्री के अलावा सभी का एंट्री फीस देना अनिवार्य है.

ऑनड्यूटी कर्मचारी से वसूली जाएगी राशि
सिंहगड़ किले की देखरेख वनविभाग प्रशासन की जिम्मेदारी है तो आजतक ने RFO से इस बात का स्पष्टीकरण मांगा. अधिकारी ने बताया के बिना एंट्री फीस लिए 162 प्रत्याशियों को किले पर जाने देना नियमों का उल्लंघन है. वे कहते हैं कि एंट्री फीस की बकाया राशि ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी से वसूली जाएगी. वे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से सारी जानकारी निकालने की बात कहते हैं. इसके अलावा उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से इस पर विस्तृत रिपोर्ट भी मंगायी है.

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इस मौके पर भाजपा के प्रांत अध्यक्ष रावसाहेब दानवे, सांसद अनिल शिरोले, राज्यसभा सांसद संजय काकड़े, पुणे के पालकमंत्री, महाराष्ट्र के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण गिरीश बापट, विधायक माधुरी मिसाल और मेधा कुलकर्णी समेत और भी कई भाजपा नेता मौजूद थे.


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