
देश में कोरोना के मामले फिर से तेजी से बढ़ने लगे हैं और महाराष्ट्र इससे सबसे ज्यादा पीड़ित है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र के कई शहरों में लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू या कई तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं जिसमें पुणे भी शामिल है. पुणे में लॉकडाउन लगा दिया गया है जिसका बीजेपी विरोध कर रही है.
पुणे में लॉकडाउन की घोषणा के बाद बीजेपी ने राज्य में एमवीए सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे सरकार ने केवल अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए लॉकडाउन लगाया है और लोगों के हित के लिए कुछ भी नहीं किया है.
बीजेपी नेता राम कदम ने ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए एमवीए सरकार ने पुणे में लॉकडाउन लगा दिया है और वह अपनी सनक के अनुसार घोषणाएं कर रही है.'
नाकामी छिपा रही सरकारः बीजेपी
राम कदम ने गरीबों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपके अपने सहयोगी ने कहा कि गरीबों की मदद करो, गरीबों के खाते में पैसा डालो, पैकेज की घोषणा करो और फिर लॉकडाउन की घोषणा करो. लेकिन वे जैसा महसूस करते हैं वैसा फैसला लेते हैं.
बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि महाराष्ट्र देश का एकमात्र राज्य होगा, जहां की सरकार लोगों के हित के बारे में नहीं सोच रही है. बिजनेस कैसे बचेगा, लोग कैसे बचेंगे. मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि एक कोरोना पैकेज की घोषणा की जाएगी, लेकिन आज तक सरकार द्वारा एक भी रुपया नहीं दिया गया है. और अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए उन्होंने लॉकडाउन कर दिया है.
कोरोना की खतरनाक स्थिति को देखते हुए 3 अप्रैल से शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक 12 घंटे का नाइट कर्फ्यू लगेगा और 1 हफ्ते बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी. इस अवधि के दौरान सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्तरां बार, मॉल, थिएटर आदि सात दिनों तक बंद रहेंगे.
बीजेपी के एक अन्य नेता आचार्य तुषार भोंसले ने कहा कि मंदिरों में किसी भी तरह की अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 2021 में कोरोना मामलों में वृद्धि सिर्फ ठाकरे सरकार की नाकामी के कारण हुई है. अगर मुख्यमंत्री राज्य में मंदिरों को लेकर कोई भी प्रतिबंध लगाते हैं तो हम विरोध करेंगे और इस तरह के निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगे.