
एक्ट्रेस कंगना रनौत के दफ्तर पर हुए एक्शन के बाद BMC सवालों के घेरे में है. BMC की कार्रवाई पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी रोक लगा दी है. इस बीच, बीएमसी ने पूरे मामले को लेकर बयान दिया है. बीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि जो भी तोड़फोड़ का काम करना था वो हो चुका है. अब और तोड़फोड़ की आवश्यकता नहीं है. अधिकारी ने ये भी कहा कि कंगना ने 7 दिन का समय मांगा था, लेकिन समय नहीं दिया गया.
बीएमसी अधिकारियों ने कहा कि सभी अनाधिकृत निर्माण जो दो दिन पहले उनके सर्वे में पाए गए थे, उसे ध्वस्त कर दिया गया है. यह जवाब बीएमसी ने आजतक को तब दिया जब अधिकारियों से पूछा गया कि कंगना रनौत के दफ्तर के अंदर तोड़फोड़ के काम पर हाई कोर्ट ने स्टे लगा दिया है.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कार्रवाई पर तो रोक लगा दी है, लेकिन अब बीएमसी कह रही है कि आगे तोड़फोड़ की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सभी अवैध निर्माण को बीएमसी ने ध्वस्त कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि यह पहली बार है जब सर्वे के बाद कंगना रनौत को नोटिस दिया गया. हमने नियमों के तहत कार्रवाई की है.
अधिकारी से जब सवाल किया गया कि बीएमसी को कार्रवाई की इतनी जल्दी क्या थी, तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया. अधिकारी ने बताया कि कंगना ने 7 दिन का समय मांगा था, लेकिन समय नहीं दिया गया.
बीएमसी मुख्यालय में हाईलेवल बैठक
वहीं, मुंबई स्थित बीएमसी मुख्यालय में हाईलेवल बैठक हो रही है. मीटिंग में कई सीनियर अधिकारी हैं. इसमें वो अधिकारी भी शामिल हैं जिन्होंने कंगना रनौत के खिलाफ हुई कार्रवाई में हिस्सा लिया था. अधिकारी हाई कोर्ट में सुनवाई से पहले कागजात तैयार कर रहे हैं.