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कोरोना: क्या मुंबई में लगने वाला है नाइट कर्फ्यू? अगले सप्ताह BMC की बैठक में फैसला

इस बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि नाइट कर्फ्यू लागू करने के बाबत राज्य सरकार से अनुरोध करने की आवश्यकता है कि नहीं. इससे पहले रात 11 बजे से सुबह 6 बजे के बीच नाइट कर्फ्यू लगाने के बीएमसी के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने ठुकरा दिया था.

BMC एक हफ्ते बाद मीटिंग में निर्णय लेगी कि नाईट कर्फ्यू लगाना चाहिए कि नहीं BMC एक हफ्ते बाद मीटिंग में निर्णय लेगी कि नाईट कर्फ्यू लगाना चाहिए कि नहीं
पंकज उपाध्याय
  • मुंबई ,
  • 19 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST
  • नाइट क्लब्स और पब पर की जा रही छापेमारी
  • क्रिसमस और न्यू ईयर पड़ सकता है फीका
  • बीएमसी नाइट कर्फ्यू से पहले आंकड़े जुटा रही

क्या आने वाले दिनों में मुंबई में रात के समय कर्फ्यू का नियम लागू किया जाएगा? बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि अगले सप्ताह की शुरुआत में एक बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें वर्तमान स्थिति का जायजा लिया जाएगा. इस बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि नाइट कर्फ्यू लागू करने के बाबत राज्य सरकार से अनुरोध करने की आवश्यकता है या नहीं.

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इससे पहले रात 11 बजे से सुबह 6 बजे के बीच नाइट-कर्फ्यू लगाने के बीएमसी के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने ठुकरा दिया था. फ़िलहाल BMC अक्सर रात में नाइट क्लब्स का औचक निरिक्षण करने पहुंच जाती है, ये देखने के लिए कि क्या कोविड नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं.

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बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि ''फ़िलहाल हम सभी नाइट क्लब्स पर नजर रखे हुए हैं. इसकी सभी रिपोर्ट्स को एक जगह सामने रखा जाएगा. इसकी समीक्षा के बाद हम कोई फैसला लेंगे. अभी हमसे कहा गया है कि हम 20 दिसंबर तक इंतजार करें.''

इससे पहले BMC कमिश्नर ने कहा था कि हम नागरिकों के क्रिसमस और नई साल के समारोह में बाधा नहीं बनना चाहते थे लेकिन पब्स, रेस्टोरेंट्स और नाइट क्लब्स में जिस तरह कोरोना संबंधी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है उसने हमें नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार करने के लिए बाध्य कर दिया है.'' BMC कमिश्नर ने आगे कहा कि नाइट क्लब्स को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है.

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महामारी को देखते हुए और ये देख लेने के बाद कि शहर में दोबारा से पार्टी कल्चर बढ़ता ही जा रहा है, BMC ने शहर के कई हिस्सों में स्थित नाइट क्लब्स पर छापेमारी की. जहां न केवल FIR दर्ज की गईं बल्कि मास्क न पहनने वालों के चालान भी काटे गए. BMC ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 का उल्लंघन करने वाले और समय सीमा के बाद भी चलाए जाने नाइट क्लबों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.

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