
बॉम्बे हाईकोर्ट ने सात साल की बच्ची से अप्राकृतिक यौन दुराचार के आरोपी रफीक अफजल शेख को जमानत दी है. आरोपी के खिलाफ नवी मुंबई के कोपरखैरने पुलिस स्टेशन में नाबालिग पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था. पीड़िता (सात साल) की मां की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
एफआईआर में पीड़िता की मां ने कहा है- 30 सितंबर 2019 को मेरी सात साल की बेटी अपने अन्य साथियों के साथ घर के बाहर खेल रही थी. इसी दौरान दाढ़ी वाला एक इंसान आया, जिसने उसे अपने घर में बुलाया. वहां उसने बेटी को निर्वस्त्र कर उसके साथ अप्राकृतिक यौन दुराचार किया. बच्ची के चिल्लाने पर उसने उसे पीटा और आवाज बाहर न जाए इसके लिए उसका मुंह दबाया. वारदात के बाद जब बेटी बाहर आई तो वहां उसके साथी इंतजार कर रहे थे. बेटी ने घर पहुंचकर इस पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद परिजनों ने उस दाढ़ी वाले की व्यक्ति की तलाश शुरू की. इसी दौरान चौकीदार ने बताया कि आरोपी पड़ोस के अपार्टमेंट में रहता है.
मेडिकल रिपोर्ट में पाया गया कि बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की यह घटना 27 सिंतबर को हुई, ना कि 30 सितंबर को. पीड़िता की मां के मुताबिक पीड़िता की दोस्त उसे पास के एक घर में 50 साल के एक आदमी के पास ले गई. उसने कहा कि वह पैसे देगा. जब पीड़िता वहां गई तो उस आदमी ने उसके कपड़े उतारे और उसके प्राइवेट पार्ट पर लाल रंग का पानी डाल दिया.
न्यायमूर्ति भक्ति डांगरे ने कहा कि प्राइवेट पार्ट को हाथ से खोलना और उसमें कुछ पदार्थ डालने का आरोप 'सेक्स' के दायरे में नहीं आते. हालांकि यौन दुराचार की जिन अन्य धाराओं के तहत आरोपी पर मुकदमा चलाया जा रहा था, उनमें दोषी ठहराए जाने पर पांच साल तक की कैद का प्रावधान है. आरोपी लगभग तीन साल से जेल में बंद है. वह जमानत पर रिहा होने का हकदार है.