
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस से जबरन वसूली और ब्लैकमेल करने के आरोपी और सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी की 3.4 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कुर्क कर ली है. ईडी ने ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की है.
2015 में गुजरात की वडोदरा पुलिस की ओर से दर्ज एक एफआईआर के आधार पर ईडी ने अनिल जयसिंघानी सहित कई क्रिकेट सट्टेबाजों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत जांच की थी. ED ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि अनिल जयसिंघानी क्रिकेट सट्टेबाजी की गतिविधियों में शामिल था और उसने धोखाधड़ी से मारुति-अहमदाबाद से जुड़े व्यक्तियों के माध्यम से बड़ी रकम जमा की थी, जो कि सट्टेबाजी में लगी हुई थी.
सूत्रों के मुताबिक ईडी अनिल जयसिंघानी की और भी संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि अनिल जयसिंघानी 2015 से ईडी के समन से बच रहा था और 2015 में उनके खिलाफ एक विशेष अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था, लेकिन वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे था. ईडी ने अनिल को 8 अप्रैल 2023 को आईपीएल सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी ने 9 जून को उसके परिसरों में भी तलाशी ली थी.
अमृता फडणवीस जबरन वसूली का मामला
पिछले महीने मुंबई पुलिस ने अनिल और उनकी बेटी अनीक्षा के खिलाफ अमृता फडणवीस को जबरन वसूली और ब्लैकमेल करने के आरोप में चार्जशीट दायर की थी. अमृता फडणवीस द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार अनिक्षा ने खुद को एक डिजाइनर के रूप में पेश किया और फिर उससे दोस्ती की. अनिक्षा ने धीरे-धीरे अमृता को विश्वास में लिया और उसे बताया कि उसके पिता अनिल जयसिंघानी सट्टेबाजों और उनके नेक्सस को जानते हैं. अनिक्षा ने अमृता को सुझाव दिया कि वह अपनी राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल उन सट्टेबाजों पर छापा मारने के लिए करें. अनिक्षा ने अपने पिता के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को खारिज करने के लिए अमृता से मदद मांगी थी. अमृता ने तब अनीक्षा से बातचीत करना बंद कर दिया और सभी संपर्क खत्म कर दिए.
अनिल ने ऐसे किया था अमृता को ब्लैकमेल
मुंबई पुलिस के अनुसार आरोपी अनिल जयसिंघानी ने तब अमृता फडणवीस को 1 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की और उनसे अपने पति को प्रभावित करने और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए कहा. जब अमृता ने कोई जवाब नहीं दिया, तो उसने कथित तौर पर अज्ञात नंबरों से अमृता को वीडियो भेजे. जिसमें अनिक्षा को नकदी और डॉलर से बैग भरते और अमृता के कर्मचारियों को सौंपते हुए दिखाया गया था. ये ब्लैकमेलिंग के लिए बनाए गए एडिटेड वीडियो थे. फर्जी वीडियो का हवाला देकर जयसिंघानी ने उनसे 10 करोड़ रुपये की मांग शुरू कर दी. मालाबार पुलिस स्टेशन में देवेंद्र फडणवीस की शिकायत के बाद अनिल जयसिंघानी, उनके चचेरे भाई निर्मल और उनकी बेटी को 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था.