Advertisement

दाभोलकर मर्डर केस: CBI को मिली एस तावड़े की कस्टडी

तावड़े को सेशन कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें एक हफ्ते के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया. सीबीआई ने कहा कि उसके पास तावड़े के खिलाफ 'साइबर फॉरेंसिक सबूत' हैं और शुक्रवार को रात 8.30 बजे के आसपास गिरफ्तारी से पहले उससे घंटों पूछताछ की गई.

नरेंद्र दाभोलकर नरेंद्र दाभोलकर
प्रियंका झा/पंकज खेळकर
  • मुंबई,
  • 12 जून 2016,
  • अपडेटेड 7:22 AM IST

तर्कवादी व लेखक नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के आरोपी वीरेंद्र एस तावड़े की कस्टडी सीबीआई को दे दी गई है. शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए एस तावड़े को 16 जून तक सीबीआई की हिरासत में भेजा गया है.

तावड़े कान, नाक व गला रोग विशेषज्ञ हैं. इसके साथ ही यह माना जा रहा है कि वे हिंदू जनजागृति संघ के समन्वयक होने के साथ सनातन संस्था के भी सदस्य हैं. तावड़े को रायगढ़ जिले के पनवेल में उनके घर से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.

Advertisement

तावड़े को सेशन कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें एक हफ्ते के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया. सीबीआई ने कहा कि उसके पास तावड़े के खिलाफ 'साइबर फॉरेंसिक सबूत' हैं और शुक्रवार को रात 8.30 बजे के आसपास गिरफ्तारी से पहले उससे घंटों पूछताछ की गई.

इससे पहले, सीबीआई ने तावड़े के घर पर छापा मारा था और पनवेल में सनातन संस्था में उनसे पूछताछ की थी. बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देश पर मामले को अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने पहली गिरफ्तारी की है. सनातन संस्था के एक प्रवक्ता ने कहा कि तावड़े एचजेएस के सदस्य नहीं हैं और संस्था के नाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

तीन साल पहले हुई थी हत्या
दाभोलकर की 20 अगस्त, 2013 को पुणे में उनके घर के निकट ओमकारेश्वर पुल के पास मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उनके परिवार का दावा है कि जब से उन्होंने तर्कवाद को बढ़ावा देना शुरू किया, उन्हें कथित तौर पर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था, जो उनके अभियान से परेशान थे. तावड़े के अलावा, सीबीआई फरार एक अन्य दक्षिणपंथी कार्यकर्ता सारंग अकोलकर की तलाश कर रही है, जिसे गोवा में साल 2009 में हुए विस्फोट के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी तलाश रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement