
महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को मुंबई के दादर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. शिंदे के साथ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे. उनकी मुलाकात करीब एक घंटे तक चली. इसके बाद सीएम शिंदे ने मोहन भागवत का शॉल पहनाकर स्वागत किया. वहीं भागवत ने भी शिंदे और फडणवीस को किताबों का एक सेट उपहार में दिया.
एकनाथ शिंदे ने मुलाकात के बाद कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम का कार्यभार संभालने के बाद हमारी आरएसएस प्रमुख से मुलाकता हुई. हम उनसे पहले भी मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हिंदुत्व की विचारधारा पर बनी है, इसलिए हमने उनका आशीर्वाद लिया है. हम बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं.
मुलाकात के निकाले जा रही राजनीतिक मायने
आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार होना है, इसलिए इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है. महाराष्ट्र में मंत्रालय के आवंटन पर बात करते हुए रविवार को सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था कि राज्य के मंत्रिमंडल के गठन के लिए मंत्रालयों का आंवटन जल्द तय किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम उपमुख्यमंत्री के साथ मिलकर राज्य के विकास पर काम कर रहे हैं.
18 जुलाई को नागपुर में भागवत से मिले थे फडणवीस
इससे पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 18 जुलाई को रात करीब 9:15 बजे नागपुर पहुंचकर संघ मुख्यालय में डॉ. मोहन भागवत से मुलाकात की थी. यह वार्ता करीब 45 मिनट तक चली थी. हालांकि दोनों के मिलने की वजह साफ नहीं हो पाई थी.
MIDC स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए शिंदे-फडणवीस
सीएम एकनाथ शिंदे सोमवार को 60वें स्थापना दिवस पर MIDC के अधिकारियों व कर्मचारियों संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन से अब महाराष्ट्र में विकास का दोहरा इंजन बन गया है. वागले एस्टेट से एमआईडीसी की शुरुआत हुई. उन्होंने कहा कि यहां कुछ फैक्ट्रियां बंद हो गई थीं, लेकिन फिर से वह खुल रही हैं. यहां आईटी पार्क आ रहे हैं, जिससे रोजगार बढ़ेगा.
वहीं डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एमआईडीसी ने महाराष्ट्र को देश में पहले स्थान पर लाया है.सभी राज्य बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र में उद्योग लाने की कोशिश कर रहे हैं. प्रधानमंत्री भारत को 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाना चाहते हैं, इसीलिए हम महाराष्ट्र को 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाएंगे.