
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अर्जेंट मीटिंग बुलाई. राज्य में कोरोना के हालातों पर चर्चा के साथ-साथ कई अन्य मामलों के लिए यह मीटिंग बुलाई गई. सीएम उद्धव ठाकरे सबसे पहले दोपहर 3.30 बजे सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल हुए.
इसके बाद वह 4.30 बजे MIDC इको सेंसिटिव ज़ोन पर बैठक में शामिल हुए. शाम 5.30 बजे सीएम उद्धव वर्ली में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र और 6 बजे महाराष्ट्र में कोरोना टीकाकरण मामले को लेकर होने वाली बैठक में शामिल हुए.
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोराना के 23 हजार से ज्यादा नए मामले आए और इससे 84 लोगों की मौत हो गयी. दूसरी तरफ केंद्र से हालात परखने आई टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में कोरोना फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए जा रहे. ऐसे में अगर महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने की यही रफ्तार रही तो हालात बेकाबू होते देर नहीं लगेगी.
इस बीच बढ़ते खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कई जिलों में पाबंदियों को बढ़ा दिया है. आज सीएम उद्धव ने कोरोना पर एक बैठक भी की.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के दो शहरों नागपुर और पुणे में कोरोना का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है. नागपुर में बुधवार को 3,370 नए केस आए और 16 लोगों की मौत हुई. वहीं, मंगलवार को करीब ढाई हजार केस आए थे. यहां एक्टिव केस 21 हजार से ऊपर हो गए हैं.
नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया है. लेकिन अब प्रशासन ने फैसला लिया है कि दोपहर 1 बजे के बाद सब्जी, राशन, डेली नीड्स, मांस सहित सभी दुकाने बंद रहेंगी. सिर्फ दवाई की दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है.
वहीं बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में सीएम उद्धव ने महाराष्ट्र में 45 साल की उम्र से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन देने की इमरजेंसी इजाजत देने की मांग की थी.
इससे पहले सीएम उद्धव ने कहा था कि दुनियाभर में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. ये कोरोना की लहर नहीं सुनामी है. यह एक गंभीर चिंता का विषय है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि हमारे पास पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, लेकिन जो लोग 8 महीने से इस काम में लगे हैं, उन पर भी दबाव कम करना चाहिए.