
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के सहयोगियों के बीच एक बार फिर तनातनी देखने को मिल रही है. इसके पीछे की वजह है शिवसेना (यूबीटी) नेता की एक पोस्ट. दरअसल, उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस की सराहना करते हुए एक अखबार के विज्ञापन में इसके पीछे के लोगों को बधाई देने वाली पोस्ट शेयर की. इसको लेकर समाजवादी पार्टी ने महा विकास अघाड़ी से अलग होने का ऐलान कर दिया. 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी के दो विधायक हैं.
अब इस पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि अबू आजमी और समाजवादी पार्टी INDIA गठबंधन छोड़ेंगे. हम उनसे बात करेंगे और उनकी भावनाओं को समझेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अबू आजमी दबाव में हैं, महायुति और सरकार के कुछ लोग इसे तोड़ने के लिए ऐसा कर रहे हैं. इसका देशभर में INDIA गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हम अखिलेश जी से भी बात करेंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि शिवसेना की यह सोच पिछले 20 सालों से है. इसमें कुछ नया नहीं है. और अबू आज़मी भी यह जानते हैं. वे हर मीटिंग में उद्धव ठाकरे के साथ थे. और अब क्या हुआ?
क्या थी शिवसेना (UBT) नेता की पोस्ट?
बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी मिलिंद नार्वेकर द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस की एक तस्वीर पोस्ट की गई थी. इस पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का बयान, "मुझे उन लोगों पर गर्व है जिन्होंने यह किया" भी था. शिवसेना (यूबीटी) सचिव ने अपने संदेश में उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और खुद की तस्वीरें भी पोस्ट कीं. इसको लेकर महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी नाराज हो गए.
अबू आजमी ने एमवीए छोड़ने का किया ऐलान
महाराष्ट्र सपा इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने कहा, "शिवसेना (यूबीटी) ने एक अखबार में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने वालों को बधाई देते हुए विज्ञापन दिया था. उनके (उद्धव ठाकरे) सहयोगी ने भी मस्जिद के विध्वंस की सराहना करते हुए एक्स पर पोस्ट किया है. हम एमवीए छोड़ रहे हैं. मैं (समाजवादी पार्टी अध्यक्ष) अखिलेश यादव से बात कर रहा हूं."
चुनाव में महायुति को मिली बंपर जीत
हाल के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने एकतरफा मुकाबले में महा विकास अघाड़ी (MVA) पर निर्णायक जीत हासिल की. महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा ने 132, शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीटें जीतीं. इस बीच, एमवीए केवल 46 सीटें हासिल करने में सफल रही. इसमें उद्धव सेना ने 20, शरद गुट की एनसीपी ने 0 और कांग्रेस ने कुल 16 सीटों का योगदान दिया.