
महाराष्ट्र में कोरोना का संकट गहराता जा रहा है तो दूसरी ओर राज्य में टीकाकरण अभियान भी जोर पकड़ रहा है. लेकिन यहां पर स्वास्थ्य को लेकर स्थिति खतरनाक होती जा रही है क्योंकि देश के कुल कोरोना केस का एक तिहाई और कुल मौत का एक चौथाई संख्या महाराष्ट्र में दर्ज की जा रही है.
इस बीच महाराष्ट्र ने आज बुधवार से अगले 15 दिनों के लिए राज्यभर में लोगों की गतिविधियों पर रोक लगाने और कोरोना चेन को तोड़ने को लेकर लॉकडाउन की तरह सख्त प्रतिबंध लगा दिया है. राज्य में अब तक सबसे अधिक वैक्सीन की डोज (1.1 करोड़) दी जा चुकी है, लेकिन स्थिति की बढ़ती गंभीरता बहुत ज्यादा की मांग करती है.
महाराष्ट्र कोविड-19 टास्कफोर्स के तकनीकी सलाहकार डॉक्टर सुभाष सालुंके ने कहा, "अगर हम अगले दो महीनों में कम से कम 2 करोड़ लोगों का टीकाकरण करते हैं, तो यह निश्चित रूप से महाराष्ट्र की मदद करेगा, जबकि अगर हम टीकाकरण में देरी करते हैं, तो यह बहुत मदद नहीं करेगा." उन्होंने आगे कहा कि अगले दो महीने बेहद महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि कम से कम 20 फीसदी आबादी तक पहुंचना क्रिटिकल है.
रोजाना 1.65 लोगों को टीका
45 से 59 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन की डबल खुराक दिए जाने की औसत संख्या के आधार पर गणना से पता चलता है कि राज्य में हर दिन औसतन 1.65 लाख लोगों को टीका लग रहा है. इसका मतलब है कि अगले दो महीनों में करीब 1 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा. नीचे दिए गए ग्राफिक से पता चलता है कि 45 से 59 साल आयु वर्ग में सभी को टीकाकरण करने के लिए अभी और 78 दिन लगेंगे.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि वे 25 साल से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण की अनुमति दें क्योंकि वे भी संक्रमित हो रहे हैं. उपरोक्त गणना के आधार पर टीकाकरण की वर्तमान दर से पता चलता है कि 25 से 44 साल की आयु में सभी को टीकाकरण करने में 200 से अधिक दिन लगेंगे. जहां राज्य सबसे ज्यादा संक्रमण की मार झेल रहा है तो वहीं वैक्सीन में भी बड़े पैमाने पर कमी देखी जा रही है.
हर महीने मिले 1.6 करोड़ डोजः राजेश टोपे
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को आजतक को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, "वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण 120 टीकाकरण केंद्रों में से 70 बंद हैं." उन्होंने कहा कि राज्य के पास बुनियादी ढांचा है, लेकिन टीके नहीं दे सकते हैं और यह बहुत शर्मनाक है. राजेश टोपे ने केंद्र से हर हफ्ते 40 लाख और हर महीने 1.6 करोड़ डोज दिए जाने का अनुरोध किया है.
महाराष्ट्र में आज बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कोरोना के 58,952 नए केस सामने आए हैं जबकि 278 लोगों की मौत हो गई है. राज्य में कुल 35,78,160 लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि अभी यहां पर 6,12,070 एक्टिव केस है.
अभी जो स्थिति है उसके अनुसार महज 59 दिनों में नए मामले दोगुने हो सकते हैं, वहीं राज्य में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है. महाराष्ट्र में मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत है जबकि देश का यह औसत दर 1.2 प्रतिशत है.
पॉजिटिविटी रेट यह बताती है कोरोना संक्रमित होने की संख्या इसलिए ज्यादा है क्योंकि यहां पर टेस्टिंग ज्यादा हो रहे हैं. यहां की टेस्टिंग की दर राष्ट्रीय औसत से तीन गुना अधिक है. महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी रेट जहां 15.6 प्रतिशत है, तो भारत में 5.3 प्रतिशत है. (इनपुट- सम्राट शर्मा)