
महाराष्ट्र के पुणे (Pune) में बेहद डरा देने वाली खौफनाक घटना सामने आई है. यहां कार से जा रहे आईटी इंजीनियर और उनकी पत्नी पर रास्ते में जगह-जगह खड़ी भीड़ ने हमला कर दिया. यह घटना 29 सितंबर की रात लगभग 1:30 बजे की है. इंजीनियर कर्णानी अपने परिवार के साथ लवाले-नांदे रोड से होते हुए मुलशी तहसील के नांदे गांव से गुजर रहे थे. कर्णानी का दावा है कि लगभग 40 लोगों की भीड़ लाठी और पत्थरों से लैस थी. इस भीड़ ने उनकी कार पर हमला किया.
आईटी इंजीनियर रवि नारायण कर्णानी का कहना है कि वे अपनी पत्नी के साथ कार में थे. इस दौरान रास्ते में लोगों ने उनकी कार का काफी दूर तक पीछा किया और हमला करते रहे. इस दौरान खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे. हमले के दौरान कार क्षतिग्रस्त हो गई. कर्णानी का आरोप है कि इस घटना के बावजूद स्थानीय पुलिस ने तुरंत मदद नहीं की. जब पुलिस स्टेशन गए तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की बजाय केवल अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की.
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इस मामले में पुलिस का कहना है कि हमलावर स्थानीय ग्रामीण थे, जिन्होंने कर्णानी और उनके परिवार को 'अज्ञात घुसपैठिया' समझा. देर रात गांव में बाहरी लोगों की एंट्री के कारण ग्रामीणों ने उन्हें संदिग्ध मानते हुए हमला कर दिया. पुलिस का दावा है कि ग्रामीण अपने गांव की सुरक्षा के लिए अज्ञात लोगों से डर रहे थे. इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
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पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. कर्णानी और उनके परिवार ने पुलिस से सुरक्षा के साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और दोषियों को सजा मिल सके.
इस घटना ने क्षेत्र में कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. एक आईटी प्रोफेशनल और उनके परिवार पर इस तरह का हमला न केवल स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाहरी लोगों के साथ कैसा बर्ताव किया जा सकता है. इस घटना के बाद से कर्णानी और उनका परिवार डरा हुआ है.