
कोविड सेंटर स्कैम (COVID Center Scam) मामले में सुजीत पाटकर (संजय राउत के साथी) के खिलाफ एक और FIR दर्ज की गई है। धोखाधड़ी और जालसाजी मामले में मुंबई के मरीन लाइन्स पुलिस स्टेशन में सुजीत पाटकर इटरनल हेल्थ केयर सर्विसेज एलएलपी (Eternal Health Care Services LLP) के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. इस मामले में पिछले साल आजाद मैदान में FIR दर्ज की गई थी और फिर आगे की जांच के लिए EOW को ट्रांसफर किया गया था.
आरोपों के मुताबिक, पाटकर को मुंबई और ठाणे में कई जगह कोविड सेंटर बनाने के लिए ठेके भी मिले थे. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने इन ठेकों में अनियमितताएं होने का आरोप लगाया था. सोमैया ने पाटकर और उनकी कंपनी के खिलाफ पुणे के शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी.
इकबाल सिंह चहल को समन
ED ने संजय राउत के करीबी सहयोगी के बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल को सोमवार को तलब किया. उन्हें कोविड सेंटर आवंटन मामले में समन जारी किया है. IAS इकबाल सिंह चहल को मुंबई पुलिस द्वारा पहले दर्ज किए गए COVID सेंटर आवंटन मामले के संबंध में तलब किया गया है और बाद में आगे की जांच के लिए EOW को स्थानांतरित कर दिया गया.
सुजीत पाटकर और उनके सहयोगियों को मुंबई और पुणे में भी कोविड केंद्र आवंटित किए गए थे. ईडी ने पिछले साल सुजीत पाटकर के घर की तलाशी ली थी, जब ईडी पात्रा चावल मामले की जांच कर रहा था.
पाटकर कंपनी में अतिरिक्त निदेशक
पाटकर शिवसेना नेता संजय राउत की बेटियों के साथ एक शराब डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में अतिरिक्त निदेशक थे. हाल ही में महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा सुपर बाजारों में शराब की बिक्री की अनुमति देने के फैसले के बाद भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि कंपनी का मुख्य व्यवसाय शराब व्यापार में बदल दिया गया था. कंपनी के रजिस्ट्रार रिकॉर्ड बताते हैं कि पाटकर और संजय राउत की बेटियों को 16 अप्रैल 2021 को फर्म में अतिरिक्त निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था.
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि उन्होंने आरटीआई अधिनियम के माध्यम से बीएमसी से अनुबंध संबंधी दस्तावेज प्राप्त किए थे, जिससे पता चलता है कि पाटकर को लगभग 100 करोड़ रुपये के अस्पतालों के प्रबंधन के अनुबंध मिले थे.