
साइक्लोन ताउते के कहर के दौरान मुंबई के पास अरब सागर में डूबे बार्ज P305 को लेकर अब एक्शन लिया गया है. मुंबई पुलिस ने इस पूरे मामले में नाव के कैप्टन राकेश बल्लव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. राकेश बल्लव पर चीफ इंजीनियर ने लापरवाही का आरोप लगाया था, जिसके चलते सैकड़ों लोगों की जान मुश्किल में आ गई थी.
मुंबई पुलिस ने अब FIR दर्ज की है और राकेश बल्लव की तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में कैप्टन राकेश का बयान लेना काफी ज़रूरी है. इस मामले में जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन कर दिया गया है.
बार्ज P305 के अरब सागर में तूफान के वक्त डूबने से 49 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 200 लोगों को एक कठिन ऑपरेशन के बाद भारतीय नेवी ने बचाया था.
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बार्ज P305 के चीफ इंजीनियर मुस्तफिज़ुर रहमान की शिकायत पर कैप्टन राकेश बल्लव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर के मुताबिक, तूफान की पहले से जानकारी होने के बाद भी कैप्टन राकेश बल्लव ने किसी के भी सुरक्षित निकलने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जिसकी वजह से करीब 300 लोगों की जान मुश्किल में पड़ गई थी.
चीफ इंजीनियर ने लगाए हैं गंभीर आरोप
चीफ इंजीनियर मुस्तफिज़ुर खुद भी इस तूफान की चपेट में आ गए थे. भारतीय नेवी ने ऑपरेशन चलाने के बाद करीब 200 लोगों की जान बचाई, जिनमें खुद मुस्तफिज़ुर भी शामिल थे. जब उन्हें स्ट्रेचर पर लाया गया था, तब उन्होंने चोट के निशान दिखाए. अस्पताल में भी जब वह कुछ बोल पाने की हालत में थे, तब उन्होंने कैप्टन राकेश पर लापरवाही के आरोप लगाए.
चीफ इंजीनियर के मुताबिक, नाव पर स्थिति बिगड़ने की हालत में उन्होंने समुद्र में छलांग लगा दी थी. ऐसे में कैप्टन राकेश कहां गए, कुछ पता नहीं लग पाया. चीफ इंजीनियर के भाई के मुताबिक, मुस्तफिज़ुर दो दिन तक समुद्र में रहे, इस वजह से उनके पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं. अंत में नेवी ने उन्हें बाहर निकाला.
गौरतलब है कि चक्रवाती तूफान ताउते ने सोमवार, मंगलवार, बुधवार को महाराष्ट्र, गुजरात और आसपास के इलाके में तबाही मचाई. अरब सागर में इस दौरान कई नावों में लोग फंस गए थे, जो पेट्रोलियम या अन्य किसी काम की वजह से समुद्र में थे. भारतीय नेवी ने बड़े ऑपरेशन के बाद इन सैकड़ों लोगों की जान बचाई थी.