
मुंबई के मलाड इलाके में कुछ दिनों पहले ऑनलाइन मंगाई गई आइसक्रीम कोन के अंदर मिली उंगली मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है. डीएनए टेस्ट में यह पता चला है कि उंगली इंदापुर में एक आइसक्रीम फैक्ट्री के कर्मचारी की है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट में बताया गया है कि उंगली और आइसक्रीम फैक्ट्री के कर्मचारी ओमकार पोटे के डीएनए एक ही हैं.
अधिकारी ने कहा, "इंदापुर फैक्ट्री में आइसक्रीम भरने की प्रक्रिया के दौरान पोटे की बीच वाली उंगली का एक हिस्सा कट गया था. बाद में यह मलाड के एक डॉक्टर द्वारा ऑर्डर किए गए आइसक्रीम कोन में पाया गया, जिन्होंने इसकी जानकारी मलाड पुलिस को दी."
दरअसल, यह घटना 12 जून, 2024 को सामने आई, जब मलाड के ओरलेम निवासी डॉ. ब्रेंडन फेराओ ने एक ऑनलाइन ऐप के जरिए तीन आइसक्रीम कोन ऑर्डर किए थे. उनमें से एक यम्मो ब्रांड का बटरस्कॉच कोन था. उन्होंने आइसक्रीम का आधा हिस्सा खा लिया था, लेकिन फिर उन्हें जीभ पर कुछ अलग सा महसूस हुआ. जब उन्होंने करीब से देखा, तो कोन के अंदर एक इंसान की उंगली का टुकड़ा मिला. यह देख डॉक्टर के होश उड़ गए.
डॉ सेराओ की बहन ने तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी और थाने जाकर आइसक्रीम की कोन पुलिस को सौंपी. पुलिस ने भी अपनी शुरुआती जांच में माना कि आइसक्रीम में इंसान की उंगली थी. पुलिस ने उंगली को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया और यम्मो आइसक्रीम कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की.
Yummo ice cream ने जारी किया था बयान
इस घटना के बाद यम्मो आइसक्रीम्स ने बयान जारी कर कहा था कि ग्राहक की शिकायत मिलने के बाद कंपनी ने मामले में संज्ञान लिया है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा था कि हमने थर्ड पार्टी से आइसक्रीम बनवाना बंद कर दिया है. आइसक्रीम के उक्त प्रोडक्ट को गोदामों से हटा दिया गया है और बाजार स्तर पर भी ऐसा ही करने की प्रक्रिया में हैं. प्रोडक्ट की क्वालिटी और सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इस मामले का पता चलते ही हम समस्या के निपटारे की ओर बढ़ ही रहे थे कि ग्राहक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. यम्मो आइस क्रीम्स प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि वह मामले की जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग करेगा.