
महाराष्ट्र में कई दिनों से चली आ रही सियासी सरगर्मी अब धीरे-धीरे कम होने लगी है. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद राज्य के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने इसकी घोषणा की. इस ऐलान के बाद उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, एकनाथ शिंदे का सीएम बनना उद्धव ठाकरे और उनकी शिवसेना के लिए बहुत बुरी खबर है. उद्धव शायद ये उम्मीद कर रहे थे कि बीजेपी से कोई सीएम होगा, और BJP शिंदे को निशाना बनाने के लिए उनका इस्तेमाल एक राजनीतिक हथियार के तौर पर कर रही है. अब ठाकरे के लिए अपनी शिवसेना को दोबारा खड़ा करने का काम ज्यादा मुश्किल होगा.
ढाई साल पहले टूटा था गठबंधन
उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने ट्वीट किया, 'अगर बीजेपी ढाई साल पहले इस पर सहमत होती तो शिवसेना MVA सरकार नहीं बनाती. मुझे याद है कि उद्धव ठाकरे के लिए सीएम पद को लेकर बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन टूट गया था. यह भाजपा और देवेंद्र फडणवीस की ओर से एक बड़ा बलिदान है.'
उमर ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, अगली लड़ाई शिवसेना के चुनाव चिह्न को लेकर होगी. अगर चुनाव आयोग शिंदे गुट को धनुष और तीर आवंटित करता है तो यह उद्धव के लिए बहुत बड़ा कठिन संघर्ष होगा.
बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने एलान किया कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेंगे. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि वो सरकार से बाहर रहेंगे. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जनता ने महाविकास अघाड़ी को बहुमत नहीं दिया था. चुनाव के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी.
शिंदे ने बताई ये वजह
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एकनाथ शिंदे ने बताया कि हम महाराष्ट्र के विकास के लिए एकसाथ आए हैं. हम लोगों को महाविकास अघाड़ी सरकार में काम करने में समस्याएं आ रही थीं. इस बारे में हमने उद्धव ठाकरे को बताया था. हमने अपना पक्ष समझाने की कोशिश की थी. बीजेपी के साथ हमारा नेचुरल गठबंधन था. हम लोग बाला साहेब के विचारों को लेकर आगे बढ़े तो सरकार की ओर से आखिरी में हिंदुत्व को लेकर कुछ फैसले लिए गए.