
पुणे के नामी गैंगस्टर्स मुंबई में सत्ताधारी नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं. लिहाजा, कहा जा सकता है कि इन गैंगस्टर्स के अच्छे दिन आ गए हैं. इन गुंडों के लिए सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा, उपमुख्यमंत्री अजित पवार की देवगिरी और अब मंत्रालय में रेड कार्पेट बिछाया गया है. सांसद संजय राऊत ने सत्ताधारियों को दुविधा में फंस दिया है.
सत्ताधारी नेताओं ने भी चेतावनी दी है कि वे भी करारा जवाब देने की तैयारी में हैं. इसलिए यह तय है कि आने वाले दिनों में इस बात की भी जांच होगी कि गैंगस्टर्स के किसी नेता से संबंध हैं या नहीं. वहीं, दूसरी तरफ पुणे में बड़े गैंगस्टर की पुलिस ने परेड निकालते हुए 267 अपराधियों को बुलाया था. इसमें नीलेश घायवल, गज्या मारने, बाबा घोड़के जैसे अपराधी शामिल थे.
कुख्यात गैंगस्टर हेमंत दाभेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा बंगले पर पहुंचा और सांसद श्रीकांत शिंदे को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. आसिफ इकबाल शेख उर्फ आसिफ एक कुख्यात गुंडा है. वह उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के ठीक सामने देवगिरी बंगले में खड़ा दिखाई देता है. गैंगस्टर नीलेश घायवल जमानत पर बाहर है. वह मंत्रालय में रील बनाते और मुख्यमंत्री से मिलने जाते हुए दिखाई देता है.
लिहाजा, यह कहना गलत नहीं होगा कि मुंबई में सत्ताधारी ही पुणे के इन गैंगस्टर्स को पनाह दे रहे हैं. उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना के सांसद संजय राउत ने सोमवार को सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के बेटे श्रीकांत शिंदे पर और मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष किया.
बीजेपी ने किया पलटवार, नितेश राणे ने पूछा- कौन है नीलेश पराड़कर
इस मामले में भाजपा ने भी पलटवार किया है. नितेश राणे ने कहा कि अगर संजय राऊत ने ट्विटर पर फोटो डालने का सत्र शुरू किया है, तो वह बताएं कि आदित्य ठाकरे के साथ दिखने वाला नीलेश पराड़कर कौन है, जो अंडरवर्ल्ड डॉन के संपर्क में है? नितेश राणे ने यह आरोप भी लगाया कि महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल में गैंगस्टर्स को संभाला जाता था. अब जरा जानिए इन गैंगस्टर्स का बैकग्राउंड…
नीलेश घायवल पर दर्ज है मकोका का केस
- नीलेश घायवल पर पुणे में हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध रूप से हथियार रखने, लड़ाई के मामले दर्ज हैं.
- पुणे के दत्तवाड़ी इलाके में नीलेश घायवल और उसके साथियों ने सचिन कुडले की पुणे की सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर हत्या की थी.
- नीलेश घायवल और उसके गिरोह के 26 सदस्यों पर मकोका अधिनियम के तहत मामला दर्ज है.
- नीलेश घायवल पहले गैंगस्टर गजा मार्ने के लिए काम करता था. पुणे के सुतारदरा इलाके में उसका आतंक था.
- 2009 में नीलेश घायवल पर गजा मार्ने ने दो बार हमला कर मार डालने की कोशिश की. मगर, वह बच गया और उसने गजा पर हमला करने की कोशिश की.
- इसके बाद गवाह के पलटने के बाद 2019 में जेल में बंद नीलेश घायवल को इस हत्याकांड से रिहा कर दिया गया.
- पिछले साल अगस्त में नीलेश को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. एक के बाद एक अन्य अपराधों में भी उसे जमानत मिल गई. अब उसके जामखेड तालुका में राजनीति में सक्रिय होने की कोशिश की है, जो उसका गांव है.
- वहीं से वह शिंदे गुट के विधायक संतोष बांगर के संपर्क में आया और उनके माध्यम से वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तक पहुंचा.
जमानत पर बाहर है कुख्यात गैंगस्टर हेमंत दाभेकर
- हेमंत दाभेकर को गैंगस्टर किशोर मार्ने की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उसने श्रीकांत शिंदे से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं.
- वह हाल ही में मारे गए शरद मोहाल का साथी है. दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
- हेमंत दाभेकर जमानत पर बाहर हैं
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मिले गैंगस्टर आसिफ दाढ़ी की क्राइम कुंडली
- 1988 में गैंगस्टर आसिफ दाढ़ी के खिलाफ पहला अपराधिक मामला दर्ज किया गया था.
- 1996 और 2004 में साजिश के तहत हत्या का प्रयास किया.
- 2007 में अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया गया.
- 2009 और 2011 में हथियार का इस्तेमाल, बिना लाइसेंस के हथियार रखने की साजिश.
- 2021 में जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज हुआ.
पुलिस ने निकाली गैंगस्टर्स की परेड
ऐसे मामले सामने आने पर डीसीपी क्राइम अशोक झेंडे ने बताया कि पुणे पुलिस ने गैंगस्टर्स को बुलाकर समझाया है. निलेश घायवल, गजा मार्ने, बाबा घोडके, मतीन शेख इन जैसे 267 नामचीन गुंडों की परेड निकाली गई है. उनको पुलिस ने बुलाया था.
इनपुट- श्रीकृष्ण पांचाल