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योगी की तर्ज पर महाराष्ट्र के किसानों की कर्ज माफी की राह तलाशने में जुटे फड़णवीस

उत्तर प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के फैसले के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी कर्ज माफी के रास्ते तलाशने में जुट गई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधानसभा में इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के कृषि कर्ज माफी के मॉडल का अध्ययन करेगी.

देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में यह घोषणा की देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में यह घोषणा की
कमलेश सुतार
  • मुंबई,
  • 05 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 5:41 PM IST

उत्तर प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के फैसले के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी कर्ज माफी के रास्ते तलाशने में जुट गई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधानसभा में इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के कृषि कर्ज माफी के मॉडल का अध्ययन करेगी.

योगी मॉडल का अध्ययन करेंगे फडणवीस
महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना और बीजेपी सदस्यों ने मांग की थी कि राज्य सरकार परेशान किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा करे. फडणवीस ने विधानसभा में इसका जवाब देते हुए कहा, हम 31 लाख किसानों को कर्ज से राहत देने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए हम यह अध्ययन करेंगे कि यूपी कैसे इतनी बड़ी रकम जुटाएगा.'

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फडणवीस ने इसके साथ ही बताया कि उन्होंने राज्य के वित्त सचिव को यह अध्ययन करने का निर्देश दिया है कि कैसे उत्तर प्रदेश कर्ज माफी के वादे को पूरा करेगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु में कृषि ऋण माफी पर हाईकोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए ने कहा, तमिलनाडु में कर्ज माफी का मामला बिल्कुल अलग है. कृषि ऋण माफी का फैसला राज्य सरकार का विशेषाधिकार है और महाराष्ट्र में कोर्ट को कर्ज माफी के लिए ऐसे निर्देश देने की जरूरत नहीं होगी. बता दें कि तमिलनाडु में किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कृषि ऋण माफ करने का निर्देश दिया था.

फडणवीस ने विधानसभा में ऐलान किया, कृषि कर्ज माफी को अमल में लाने पर हम अध्ययन कर रहे हैं. कर्ज माफी को लेकर शिवसेना की मांग से हम सहमत हैं और हम जल्द ही इस पर फैसला ले लेंगे.

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कांग्रेस-एनसीपी ने किया था प्रदर्शन
फडणवीस की इस घोषणा से पहले विपक्षी दलों ने इस मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया था. कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों ने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र के किसानों के भी कर्ज माफ करने की मांग करते हुए विधानसभा के बाहर नारेबाजी की. महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता विपक्ष धनंजय मुंडे सवालिया लहजे में कहते हैं, 'दो राज्य में एक ही पार्टी का कर्ज माफी पर दो अलग रुख कैसे हो सकता है?' वह कहते हैं, 'विधानसभा के मौजूदा सत्र के दौरान ही राज्य में 100 से ज्यादा किसान अपनी जान दे चुके हैं. सरकार को इस पर शर्म आनी चाहिए.'

शिवसेना ने किया स्वागत
इस बीच शिवसेना ने कर्ज माफी पर सीएम फडणवीस के इस बयान का स्वागत किया है. शिवनसेना विधायक प्रताप सरनाइक कहते हैं, 'सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हमने यूपी और तमिलनाडु की तर्ज पर महाराष्ट्र के किसानों के कर्ज माफ करने की मांग की. अगर योगी आदित्यनाथ सत्ता संभालने के 16 दिनों के अंदर इसका फैसला कर सकते हैं, तो महाराष्ट्र क्यों नहीं? मुख्यमंत्री (फडणवीस) का रुख भी इस पर सकारात्मक है और उन्होंने वित्त सचिव से इस पर रिपोर्ट देने को कहा है. हम उम्मीद है कि जल्द ही समाधान निकलेगा.'

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बता दें कि इससे पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने किसानों का कृषि ऋण माफ करने के लिए योगी आदित्यनाथ को बधाई थी और कहा था कि महाराष्ट्र सरकार को भी इस कदम पर अमल करना चाहिए.

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