
मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो राह चलते लोगों को अपनी बातों में फंसाकर और खुद को उनका रिश्तेदार बताकर उनसे पैसे और जेवर ठग लेते थे. पुलिस ने गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ 31 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 49 वर्षीय राजू शेट्टी और 45 वर्षीय नरेश जायसवाल के रूप में हुई है.
जानकारी के मुताबिक, राजू शेट्टी और नरेश जायसवाल ज्यादातर महिलाओं और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाते थे. ये दोनों भीड़भाड़ वाले इलाकों में मध्यम वर्ग के लोगों को चुनकर उन्हें ठगते थे. अगर आरोपियों को किसी बुजुर्ग को ठगना होता, तो ये दोनों उस बुजुर्ग के पैर छूकर कहते कि वे उनके रिश्तेदार हैं. ये दोनों अपनी बातों में इतने होशियार थे कि जो भी उनसे मिलता उनकी बातों में आ जाता था.
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आरोपी के खिलाफ 31 से ज्यादा मामले दर्ज
इन दोनों के खिलाफ 31 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. ये सभी मामले मुंबई और मुंबई के आसपास के इलाकों में दर्ज हैं. पुलिस का मानना है कि इन्होंने महाराष्ट्र के अन्य जिलों और महाराष्ट्र के बाहर भी इसी तरह से लोगों को ठगा होगा. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये दोनों चोरी करते थे या इनके साथ कोई और मास्टरमाइंड भी था.
इन अधिकारियों के नेतृत्व में गिरोह का हुआ भंडाफोड़
मुंबई पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध लक्ष्मी गौतम, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शशि मीना, पुलिस उपायुक्त अपराध शाखा दत्ता नलावड़े के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक शैलेश खेडेकर, एएसआई वशिष्ठ कोकने, पुलिस हवलदार ज्ञानेश्वर मेंडे, पुलिस कांस्टेबल अनूप जगताप, प्रभाकर वाघ, लखन चव्हाण की टीम ने अपराध शाखा इकाई 4 की प्रभारी पुलिस निरीक्षक लता सुतार के नेतृत्व में इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है.