
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने बहरीन देश (Bahrain) से 23 वर्षीय भारतीय लड़की को रेस्क्यू किया है. लड़की को कुछ एजेंट्स अच्छी नौकरी दिलाने के बहाने से बहरीन देश ले गए थे. फिर वहां उसे चोरी के झूठे मामले में फंसाने की बात कहकर मेड का काम करवा रहे थे.
लड़की के रिश्तेदार ने इसकी सूचना मुंबई पुलिस को दी. जिसके बाद क्राइम ब्रांच की यूनिट-10 ने बहरीन में भारतीय दूतावास और भारतीयों के स्थानीय निकाय की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया. और लड़की को सुरक्षित भारत पहुंचाया.
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता तेजल रामा गवास मूल रूप से गोवा की रहने वाली है. पढ़ाई खत्म करके वह विदेश में नौकरी की तलाश कर रही थी. उसने इसके लिए कुछ एजेंट्स की मदद ली. एजेंट्स ने उसे कहा कि बहरीन में उसके लिए एक अच्छी नौकरी है. जिसके बाद वे खुद लड़की को 17 फरवरी को अपने साथ बहरीन लेकर गए.
छीना पासपोर्ट और मोबाइल
जैसे ही वे लोग बहरीन पहुंचे उन्होंने तेजल को एक स्थानीय परिवार के घर ठहरा दिया. उससे कहा गया कि अब उसे इन लोगों के घर में मेड का काम करना होगा. लड़की ने जब इसका विरोध किया तो उन लोगों उसका पासपोर्ट और मोबाइल छीन लिया. फिर उससे कहा कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो वे लोग उसे चोरी के झूठे मामले में फंसा देंगे.
14 मार्च को किया गया मामला दर्ज
लड़की को मजबूर होकर वहां काम करना पड़ा. लेकिन एक दिन मौका पाकर उसने किसी तरह अपने एक रिश्तेदार को इसकी सूचना दे दी. रिश्तेदार ने 14 मार्च को पुलिस में मामला दर्ज करवाया. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी.
क्राइम ब्रांच की यूनिट-10 ने फिर बहरीन में एक एजेंट से संपर्क किया और भारतीय दूतावास की मदद से लड़की को रेस्क्यू कर लिया. पहले लड़की को दिल्ली लाया गया. फिर उसे गोवा सुरक्षित पहुंचाया.
(मुंबई से दीपेश की रिपोर्ट)