
मुंबई में कस्टम अधिकारियों ने हाल ही में तस्करी के मामलों को पकड़कर 3.67 करोड़ रुपये कीमत का सोना जब्त किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक महिला भी शामिल है. मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पिछले गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को कस्टम अधिकारियों ने इस बड़ी सोना तस्करी का पर्दाफाश किया.
अधिकारियों ने सबसे पहले प्रदीप पवार नाम के शख्स को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया, जो हवाई अड्डे पर काम करता था. उसकी पैंट से सोने के पाउच बरामद हुए, जिन्हें उसने छिपा रखा था. शुरुआती पूछताछ में पवार ने बताया कि उसे यह सोना ट्रांजिट यात्रियों से मिला था और इसे मोहम्मद इमरान नागोरी को सौंपना था.
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इमरान ने बताया अंशु का नाम, दोनों गिरफ्तार
इमरान नागोरी की गिरफ्तारी के बाद, उसने अंशु गुप्ता का नाम उजागर किया. अंशु गुप्ता भी हवाई अड्डे पर एक रेस्तरां में बिक्री सहयोगी के पद पर काम करती थी. वह कथित तौर पर तस्करी के लिए कमीशन हासिल करती थी. अंशु को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
सोना एयरपोर्ट से बाहर करने में करते थे मदद
अधिकारियों के मुताबिक, इनमें से तीन आरोपी हवाई अड्डे के विभिन्न दुकानों में काम कर रहे थे और वे तस्करी रैकेट के सदस्यों को सोने को हवाई अड्डे से बाहर ले जाने में मदद कर रहे थे. इस संगठित तस्करी का पर्दाफाश करने में सफल होने के बाद, कस्टम विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए और ज्यादा सावधानी बरत रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
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इस गिरफ्तारी और सोने की बरामदी से यह स्पष्ट हो गया है कि हवाई अड्डे के अंदरूनी कर्मचारियों की मिलीभगत से तस्करी के मामले बढ़ सकते हैं. कस्टम विभाग अब इस चिंता को गंभीरता से लेते हुए सभी दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठा रहा है.