
महाराष्ट्र की राजनीति में हंसराज गंगाराम अहीर एक बड़ा नाम है और वह अपने प्रशंसकों के बीच हंसराज भैया के नाम से जाने जाते हैं. वह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे और वह नवंबर 2014 से अब तक इस पद पर बने रहे. उन्हें देश के चर्चित कोल ब्लॉक आवंटन घोटाला जिसे कोलगेट भी कहा जाता है, को सामने लाने के लिए जाना जाता है और उनके इस खुलासे के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में चार को छोड़कर सभी कोल ब्लॉक्स के आवंटन रद्द कर दिए थे.
4 बार लोकसभा सांसद रहे अहिर 2004 से 2006 तक यूपीए शासनकाल के दौरान हुए कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले को लगातार उठाते रहे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री, चीफ विजिलेंस कमिश्नर (सीवीसी) और कंट्रोलर ऐंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (सीएजी) को लगातार चिट्ठियां लिखते रहे. बाद में उनकी ही कोशिशों का नतीजा रहा कि यह घोटाला सामने आ सका. कहा जाता है कि आवंटन में गड़बड़ियों को लेकर हंसराज अहिर ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करीब 12 से 13 पत्र लिखे. अहीर जब कोयला, स्टील और खानों पर संसद की स्थायी समिति के सदस्य के रूप में काम कर रहे थे तभी उन्हें इस घोटाले की भनक लगी और इस संबंध में 2006 में पहला पत्र लिखा था और यह मामला सामने आया.
महाराष्ट्र के चंद्रपुर संसदीय सीट से प्रतिनिधित्व करने वाले हंसराज अहीर का जन्म नांदेड़ में हुआ था. उन्होंने चंद्रपुर से सीनियर सेकेंडरी की शिक्षा प्राप्त की. अहीर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्ट्रीय कार्यकरणी के सदस्य रह चुके हैं. वह पहली बार 1994 में जनता की वोट से चुने गए और महाराष्ट्र की विधानसभा के सदस्य (एमएलए) बने. इसके बाद 1996 में वह लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
3 बार मिला संसद रत्न अवार्ड
1996 के बाद 2004 में वह दूसरी बार चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए. इस कार्यकाल में 2004 के बाद से वह कोयला, स्टील और कृषि समिति के सदस्य रहे. 2009 लोकसभा चुनाव में वह तीसरी बार विजयी हुए. इसके बाद वह 2014 में भी चुने गए. वह 2011, 2012, 2013 और 2014 संसद रत्न अवार्ड से भी नवाजे गए. 14वीं लोकसभा के दौरान स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने अहीर को सभी सांसदों के लिए रोल मॉडल बताया. अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान वह कई संसदीय समिति के सदस्य रहे हैं.हंसराज अहीर की पत्नी का नाम लता अहीर है. और उनके परिवार में 3 बच्चे हैं, बतौर मंत्री वह लगातार सक्रिय रहे हैं. वह उन चंद मंत्रियों में हैं जिन्होंने शुरू से लेकर अंत तक एक ही मंत्रालय को संभाला है.