
पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन वट सावित्री की पूजा करती हैं. इस बार 3 जून को वट सावित्री पूर्णिमा मनाई जाएगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है. महिलाएं बरगद के पेड़ के नीचे सावित्री देवी की पूजा करती हैं. पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए वट वृक्ष के चारों ओर कच्चे धागे या मोली को 7 बार बांधती हैं. इसके बाद वट वृक्ष के नीचे ही सावित्री-सत्यवान की कथा सुनती हैं.
इसी बीच महाराष्ट्र के संभाजीनगर से एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है. यहां कथित तौर पर पत्नियों से पीड़ित और परेशान कुछ लोगों ने वट सावित्री पूजा से एक दिन पहले पीपल पूर्णिमा मनाई और वृक्ष के 121 फेरे लगाए.
साथ ही यमराज से प्रार्थना करते हुए कहा कि हमें इन बीवियों के साथ रहने के बजाए हमेशा के लिए छुटकारा दिला दिया जाए. ये पूजा 'पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम' में की गई, जिसमें भारी संख्या में पुरुष शामिल हुए. सभी ने विधि-विधान से वृक्ष के 121 फेरे लगाए.
'हम 7 जन्म क्या 7 सेकंड भी इनके साथ नहीं रहना चाहते'
यहां पूजा करने वाले भरत फुलारी ने बताया कि उन्होंने संभाजीनगर में 'पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम' में आज पीपल पूर्णिमा मनाई. इसकी वजह ये है कि 3 जून को वट सावित्री पूर्णिमा है और हम सभी की बीवियां वट सावित्री की पूजा करके प्रार्थना करेंगी कि उन्हें 7 जन्मों तक यही पति मिलें.
भरत ने कहा कि पिछले काफी समय से हम सभी की पत्नियां इतना परेशान कर रही हैं कि हम 7 जन्म क्या 7 सेकंड भी इनके साथ नहीं रहना चाहते. इसीलिए हमने पीपल पूर्णिमा मनाई. हमारी पत्नियों ने 7 फेरे लेकर शादी के बंधन में बांधा है, इसके जवाब में हमने 121 उल्टे फेरे लिए, साथ ही यमराज से कहा कि हमें इन बीवियों के साथ रहने के बजाए हमेशा के लिए छुटकारा दिला दिया जाए.
(रिपोर्ट- इसरार चिश्ती).