
महाराष्ट्र खुफिया विभाग की पूर्व प्रमुख रश्मि शुक्ला के खिलाफ फोन टैपिंग मामले में कोई भी मुकदमा नहीं चलने वाला है. एकनाथ शिंदे सरकार ने उस मांग को खारिज कर दिया है. बुधवार को पुणे पुलिस ने भी उस मामले में क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी, अब सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले को आगे नहीं ले जाया जाएगा. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस सिलसिले में एक विस्तृत बयान जारी किया है.
उनका कहना है कि कानून के तहत जिस अधिकारी की असल में जवाबदेही थी, वो रश्मि शुक्ला नहीं हैं. इस मामले में भी सिर्फ कुछ फोटोकॉपीस सबूत के तौर पर रखी गई हैं. केवल किसी को परेशान करने के लिए उन पर मामला नहीं चलाया जा सकता है. ऐसे में कानून के जानकारों से बात करने के बाद फैसला लिया गया है कि रश्मि शुक्ला पर कोई मुकदमा नहीं चलेगा. अब जानकारी के लिए बता दें कि रश्मि शुक्ला पर आरोप लगा था कि उन्होंने शिवसेवना नेता संजय राउत, एनसीपी नेता एकनाथ खडसे का फोन टैप किया था. इस सिलसिले में कोलाबा पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की गई थी.
इससे पहले महाविकास अघाड़ी की सरकार के दौरान भी रश्मि शुक्ला पर एक मामला दर्ज हुआ था. वो केस भी फोन टैपिंग को लेकर ही था, तब कहा गया था कि रश्मि शुक्ला ने पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में नाना पटोले का फोन टैप किया था. लेकिन अभी के लिए रश्मि शुक्ला पर कोई मुकदमा नहीं चलने वाला है. महाराष्ट्र सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है. उनकी नजरों में पर्याप्त सबूत नहीं है कि किसी अधिकारी को यूं परेशान किया जाए.