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मुंबई: एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम फंसी एंबुलेंस, राज ठाकरे ने दिलाया रास्ता

राज ठाकरे ने एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम को हटवाकर एंबुलेंस को रास्ता दिलाया. पुणे से मुंबई लौटते वक्त एक्सप्रेस-वे पर खालापुर टोल प्लाजा पर जाम में फंसे एंबुलेंस को देखने पर राज ठाकरे अपनी गाड़ी से नीचे उतरे और जाम हटवाकर रास्ता दिलवाया.

राज ठाकरे-फाइल फोटो राज ठाकरे-फाइल फोटो
पंकज खेळकर
  • मुंबई,
  • 07 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:38 PM IST

राज ठाकरे ने एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम को हटवाकर एंबुलेंस को रास्ता दिलाया. पुणे से मुंबई लौटते वक्त एक्सप्रेस-वे पर खालापुर टोल प्लाजा पर जाम में फंसे एंबुलेंस को देखने पर राज ठाकरे अपनी गाड़ी से नीचे उतरे और जाम हटवाकर रास्ता दिलवाया. दरअसल, दो दिन का वीकेंड होने पर मुंबई जाने वालो की संख्या बहुत ज्यादा होने से टोल प्लाजा पर लंबी कतारे लगने लगी. इस वजह से लोगो को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा. लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए राज ठाकरे खुद टोल बूथ पर पहुंचे, वहां फंसी एंबुलेंस को रास्ता दिलवाया. 

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मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे पिंपरी चिचनवाड में 100वें अखिल भारतीय नाट्य सम्मेलन मे मुख्य अतिथी के रूप में आये थे. कार्यक्रम के बाद वह मुंबई लौट रहे थे.

हाल ही में शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे एक साथ दिखे. मौका था भांजे की सगाई का. दादर में राज ठाकरे की बहन जयवंती और अभय देशपांडे के बेटे यश देशपांडे की सगाई समारोह हुआ था. इस दौरान राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे अपने पूरे परिवार के साथ एक साथ अगल-बगल खड़े देखे गए.

2006 में अलग हो गए थे राज और उद्धव के रास्ते 
साल 2006 में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के रास्ते अलग हो गए थे. तब राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़कर नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी एमएनएस का गठन किया था. 2009 विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की पार्टी ने 13 सीटों जीतीं और 24 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही.

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हालांकि, 2009 आम चुनाव में एमएनएस को कोई कामयाबी नहीं मिली. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ एक सीट पर ही जीत हासिल कर सकी. वहीं, बात करें शिवसेना की, तो साल 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन किया और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. उनके शपथ ग्रहण समारोह में राज ठाकरे भी शामिल हुए थे. हालांकि, बाद में पार्टी दो धड़ों में टूट गई और एक नाथ शिंडे के नेतृत्व में भाजपा के समर्थन से वहां सरकार चल रही है.

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