
कोहिनूर सीटीएनएल लोन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी पेश हुए. उनसे पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद उन्मेष जोशी ने कहा कि मुझे एक नोटिस मिला और मैं आज ईडी के अधिकारियों से मिलने आया हूं. ईडी की ओर से मुझे कोई प्रश्नावली नहीं भेजी गई थी. मैं उनके साथ सहयोग करूंगा. यह मामला कोहिनूर (कोहिनूर निर्माण मामला) से जुड़ा है.
ईडी ने IL&FS कर्ज संकट से जुड़े कोहिनूर बिल्डिंग मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे को भी समन किया है. सूत्रों ने आजतक-इंडिया टुडे को बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने राज ठाकरे को 22 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है. प्रवर्तन निदेशालय IL&FS मनी लॉड्रिंग मामले की जांच कर रही है, जिसमें कोहिनूर बिल्डिंग प्रोजेक्ट का मामला सामने आया है.
सूत्रों का दावा है कि जांच के दौरान राज ठाकरे का नाम सामने आया है. वित्तीय जांच एजेंसी ने इस मामले में शामिल अन्य लोगों के बयान रिकॉर्ड किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय कोहिनूर बिल्डिंग में निवेश और शेयरहोल्डिंग की जांच कर रहा है. बताया जाता है कि इससे राज ठाकरे, राजन शिरोडकर और उन्मेश जोशी ने मिलकर 421 करोड़ रुपये का डील किया था. IL&FS घोटाले की जांच के दौरान यह सौदा जांच के घेरे में आ गया.
आरोप है कि उन्मेष जोशी की कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल के माध्यम से कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी गई थी. इस पर कोहिनूर स्क्वायर नाम की बहुमंजिला इमारत बनाई गई. इसमें सरकारी क्षेत्र की कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) के जरिए निवेश किया गया था.