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महाराष्ट्र: जिस लिफ्ट से जाने वाले थे रामदास अठावले, वो रास्ते में ही अटकी, मची चीख-पुकार 

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले जिस लिफ्ट में चढ़ने वाले थे, वो लिफ्ट रास्ते में ही फंस गई. क्षमता से अधिक लोग होने की वजह से लिफ्ट दूसरे माले पर अटक गई. लिफ्ट में फंसे लोगों में चीख पुकार मच गई, इन लोगों को बमुश्किल लिफ्ट से बाहर निकाला गया. 

 केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (फाइल-PTI) केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (फाइल-PTI)
पंकज खेळकर
  • पुणे ,
  • 14 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 10:13 AM IST
  • एक निजी होटल में पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री अठावले
  • लिफ्ट में फंसे लोगों को बमुश्किल निकाला गया

महाराष्ट्र के पुणे में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. पिंपरी चिंचवड शहर में ये कार्यक्रम चल रहा था. कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिये केंद्रीय मंत्री को जिस लिफ्ट में चढ़ना था, वो लिफ्ट अचानक बीच रास्ते में ही अटक गई. लिफ्ट में फंसे लोगों में चीख-पुकार मच गई. इसकी जानकारी जब केंद्रीय मंत्री को हुई, तो  उन्होंने लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल किया.  

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होटल में चल रहा था कार्यक्रम 

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने पिंपरी चिंचवड शहर में शनिवार को एक निजी होटल में प्रेस वार्ता को संबोधित किया. यहां के बाद वे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यक्रम में जाने के लिये होटल की लिफ्ट के पास पहुंच गये. उनके साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे. उनसे पहले ही लिफ्ट में कार्यकर्ता और कुछ पत्रकार बैठ गये. ये लिफ्ट दूसरे माले के बीच में अटक गई.

बताया गया है कि क्षमता से अधिक लोगों के होने की वजह से लिफ्ट रास्ते में अटक गई. अचानक लिफ्ट के रुक जाने से उसमें फंसे लोगों के पसीने छूट गये. इसके साथ ही चीख-पुकार मचना शुरू हो गई. होटलकर्मियों को जब इस बात की जानकारी हुई, तो वे मौके पर पहुंच गये. लिफ्ट का दरवाजा जबरन खोला गया, इसके बाद लोगों को खींचकर लिफ्ट से बाहर निकाला गया. 

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सीढ़ियों से उतरे केंद्रीय मंत्री 

वहीं जब इस पूरी घटना की जानकारी केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले को हुई, तो उन्होंने चौथे माले से नीचे तक आने के लिये लिफ्ट का प्रयोग करने से इनकार कर दिया और वे सीढ़ियों से नीचे उतरकर आए. बता दें कि इससे पहले भी शहर के एक होटल में अठावले के साथ ऐसा ही एक वाक्य हुआ था.

 

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