
महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे जिले की बारामती लोकसभा सीट पर भाई-बहन आमने-सामने हैं. एक तरफ हैं एनसीपी चीफ शरद पवार की बेटी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले, तो दूसरी तरफ पवार के भतीजे अजित पवार हैं. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं बारामती का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. सुप्रिया ने शुक्रवार को कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में अगर किसी को धमकाया गया तो मुझसे पंगा लेना पड़ेगा. वहीं अजित पवार ने कहा कि जो दादागिरी करता है, उसका नाम मुझे बताइए, उसके बाद मैं उसे देख लूंगा.
'किसी को धमकाया तो मुझसे पंगा लेना पड़ेगा'
बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी और उनके मित्र एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. एक शख्स ने तो हर्षवर्धन पाटिल को गालियां दी है. क्या यही महाराष्ट्र की संस्कृति है. पाटिल को गृहमंत्री को चिट्ठी लिखनी पड़ती है. मैं चेतावनी देना चाहती हूं कि महाराष्ट्र में और मेरे निर्वाचन क्षेत्र में अगर किसी को धमकाया तो मुझसे पंगा लेना पड़ेगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'अगर किसी को धमकी भरा फोन आता है, तो वह मेरा नंबर दे और कहे कि पहले सुप्रिया सुले को धमकाएं क्योंकि मैं यहां की लोक प्रतिनिधि हूं. किसी को धमकाया जाए तो मैं ढाल बनकर खड़ी रहूंगी.'
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'बारामती में दादागिरी नहीं चलेगी'
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, 'बारामती की सब्जी मार्केट में कुछ साल पहले दादागिरी होती थी. किसान मिर्ची बेचने बैठते थे तब भी दादागिरी कर उन्हें उठा दिया जाता था. लोग सलाह देते थे कि उन्हें कुछ ना बोला जाए. मुझे बारामती में एक व्यक्ति का नाम बताइए जो दादागिरी करता हो. उसके बाद मैं उसे देखता हूं. बारामती में दादागिरी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी.'
आगामी लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले को बारामती में अजित पवार की पत्नी से कड़ी टक्कर मिल सकती है. शरद पवार अपनी बेटी की जीत सुनिश्चित करने के लिए जोरों-शोरों से प्रचार कर रहे हैं. हाल ही में वह अनंतराव थोप्टे से मिलने उनके घर पहुंचे थे. थोप्टे को पवार के सबसे बड़े राजनीतिक विरोधी के रूप में देखा जाता है. पुणे के पुराने कांग्रेसी इसे पवार की 'राजनीतिक मजबूरी' बता रहे हैं.