
महाराष्ट्र में इन दिनों लाउडस्पीकर को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने कुछ जगह मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस मामले में कुछ मनसे कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई. अब मुंबई पुलिस ने इसे लेकर सख्त रुख अपना लिए हैं. मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि कांदीवली और चारकोप में मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
मुंबई पुलिस सूत्रों के मुताबिक धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर सियासत के बीच मुंबई शहर के कई मंदिरों ने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया है. शहर में कुल 2400 मंदिर हैं. इन 2400 में से 24 मंदिरों ने लाउडस्पीकर के लिए पुलिस-प्रशासन से अनुमति ली है. सूत्रों का दावा है कि जिन मंदिरों को लाउडस्पीकर के लिए अनुमति दी गई है, उनसे ये भी कहा गया है कि आवाज 55 डेसिबल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
मुंबई पुलिस सूत्रों ने साथ ही ये भी कहा कि यहां कुल 1144 मस्जिद हैं. पुलिस सूत्रों का दावा है कि कुल 1144 में से 944 मस्जिद की ओर से लाउडस्पीकर के लिए अनुमति मांगी गई. इनमें से 922 मस्जिद को लाउडस्पीकर की अनुमति दे भी दी गई है. अब हर धर्म के धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर लगाने के लिए अनुमति लेनी होगी. एक महीने के लिए ये अनुमति दी जाएगी. इस अनुमति का हर महीने नवीनीकरण किया जाएगा.
मुंबई पुलिस ध्वनि प्रदूषण को कम करने को लेकर अब वाहन निर्माताओं, बिल्डर्स और कंस्ट्रक्शन करने वाली कंपनियों के साथ भी बैठक करने की तैयारी में है. मुंबई पुलिस कमिश्नर ने खुद हर धर्म के धर्मगुरुओं से भेंट कर उनसे लाउडस्पीकर की आवाज 55 डेसिबल तक रखने के लिए कहा है. इस संबंध में मुंबा देवी मंदिर के हेमंत जाधव ने कहा कि हमें बताया गया है कि लाउडस्पीकर को लेकर जो नियम हैं, उनका पालन करें. लाउडस्पीकर लगाने के लिए इजाजत लें.
बीजेपी कर रही राज ठाकरे का इस्तेमाल
शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर लाउडस्पीकर विवाद को प्रायोजित करने और समर्थन करने का आरोप लगाया है. राउत ने कहा कि लाउडस्पीकर नेताओं की राजनीति के कारण हिंदू धार्मिक स्थलों पर सुबह की आरती नहीं सुन सकते. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और इसलिए यह दिन हिंदुओं के लिए काला दिन है. शिवसेना नेता ने राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले उसने मराठियों के साथ भी यही कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ. बीजेपी राज ठाकरे का इस्तेमाल कर रही है.